बक्सर : इस बार के चुनाव में भारत निर्वाचन आयोग ने हर ईवीएम के साथ वीवीपैट को भी आवश्यक कर दिया था। ताकि, मतदान में पारदर्शिता बरकरार रहे और कोई यह नहीं कहे कि वह मतदान किसी और को दे रहा है और वोट किसी और को पड़ रहा है। अब मतगणना में उन वीवीपैट का भी मिलान ईवीएम से किया जाएगा। हालांकि, यह प्रक्रिया हर विधानसभा के पांच-पांच ईवीएम एवं वीवीपैट के साथ अपनाई जाएगी।
जिला उप निर्वाचन पदाधिकारी आशुतोष राय ने बताया कि मिलान की यह प्रक्रिया मतगणना की समाप्ति के बाद संपन्न की जाएगी। हर विधानसभा से पांच-पांच ईवीएम और उससे संबंधित वीवीपैट की पर्ची का मिलान किया जाएगा कि जितना वोट ईवीएम में पड़ा है उतना वीवीपैट में है कि नहीं। मसलन, ईवीएम में किस पार्टी को कितना मत पड़ा है और वीवीपैट क्या बता रहा है इसका आकलन किया जाएगा। इन ईवीएम और वीवीपैट को रैंडमली निकाला जा सकता है या फिर इसके लिए लॉटरी की प्रक्रिया भी अपनाई जा सकती है। खास बात यह कि ईवीएम और वीवीपैट की पर्ची के मिलान के पश्चात ही रिजल्ट की घोषणा की जाएगी। काउंटिग की प्रक्रिया पूरी होने के बाद भी जब वीवीपैट की पर्चियों का मिलान पूरा नहीं कर लिया जाएगा तब तक आधिकारिक रूप से अंतिम परिणाम की घोषणा नहीं की जाएगी।
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