लखीसराय। गुरुवार को हलसी प्रखंड के राजस्व गांव धीरा, नीमा एवं कनियारी में किसान गोष्ठी का आयोजन किया गया। बैठक में केंद्र प्रायोजित मृदा स्वास्थ्य कार्ड आधारित विषयों पर चर्चा की गई। मध्य विद्यालय धीरा में आयोजित किसान गोष्ठ की अध्यक्षता प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी लोकनाथ ठाकुर ने की। किसान गोष्ठी के मुख्य अतिथि अनुमंडल कृषि पदाधिकारी ललन कुमार चौधरी ने कहा कि किसान खेतों में आवश्यकता से अधिक खाद देते हैं लेकिन उस अनुपात में उत्पादन नहीं हो रहा है। इसका मुख्य कारण है कि किसान अपने खेतों की मिट्टी की जांच नहीं कराते हैं। प्रत्येक पंचायत के एक राजस्व गांव में एक स्थान से एक हेक्टेयर जमीन की मिट्टी जांच कराने का निर्णय सरकार ने लिया है। मिट्टी जांच के बाद सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी की जानकारी मिलती है। इसके बाद उसमें उक्त पोषक के अनुकूल प्रत्यक्षण कराकर उत्पादन क्षमता बढ़ाई जाती है। इसलिए किसानों को मिट्टी की जांच करानी चाहिए। इस अवसर पर कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक डॉ. रविरंजन कुमार, सहायक निदेशक रसायन जिला मिट्टी जांच प्रयोगशाला लखीसराय के शेखर कुमार, कृषि समन्वयक अजय प्रभाकर, जितेंद्र मिश्रा, अजय कुमार, किसान सलाहकार नरेश दास सहित दर्जनों किसान उपस्थित थे।
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