मधेपुरा। हर घर नल जल योजना का हाल बिहारीगंज प्रखंड के लगभग सभी पंचायतों में बेहाल है। कई जगहों पर पाइप बिछाने का काम धीमी गति से चल रहा है। स्थिति यह है कि आधी अधूरी पाइप बिछी है तो कहीं नल-पाइप ढेर लगाकर रखा है। कई चयनित स्थलों पर महीनों से बोरिग कार्य कराकर छोड़ दिया गया हैं। इस वजह से दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। निर्धारित समय में कार्य पूर्ण नहीं होने पर विभाग द्वारा कार्रवाई और प्राथमिकी की चेतावनी दी गई। अब तक सिर्फ समय का विस्तार हुआ है। पूर्व में 15 जून फिर 30 जून इसके बाद 30 जुलाई पुन: 30 अगस्त समय निर्धारित किया गया था। यह समय भी समाप्त हो गई। फिर भी नल का जल अधिकांश लोगों के घर पहुंच नहीं सका है। नहीं मिला स्वच्छ पेयजल प्रखंड क्षेत्र के 164 वार्ड में 161वार्ड के चिन्हित स्थलों पर बोरिग एवं अन्य कार्य करा लिया गया है। इसके आलावा बभनगामा के पांच वार्ड कार्य पूर्ण करा कर ट्रायल प्रक्रिया की गई हैं। वहीं अन्य वार्डों में ग्रामीणों को नल से जलापूर्ति का बेसब्री से इंतजार है। गांव के लोग शुद्ध पानी के लिए टकटकी लगाए हुए हैं।
लोगों ने जताया आक्रोश घरों में जलापूर्ति के लिए जो पाइप बिछाई जा रही है, वह घटिया किस्म का है। प्रावधान के अनुसार आइएसआइ मार्का पाइप होना चाहिए। लेकिन लोकल पाइप डाला जा रहा है। अधिकांश स्थलों पर मात्र एक से दो फुट गड्ढा कर ही पाइप डाली गई है। प्राक्कलन में किए गए प्रावधान के अनुसार तीन फीट गड्ढा खुदाई कर पाइप बिछानी है। कई स्थलों पर टंकी के टावर की ऊचाई भी मानक के अनुरूप नहीं है। वहीं जलापूर्ति चालू किए गए कुछ वार्ड में लिकेज की समस्या उत्पन्न हो रहीं है। विभाग के अधिकारियों का कहना है कि
जिस एजेंसी द्वारा कार्य में लापरवाही बरती जाती हैं। उसके विरूद्ध कार्रवाई की जाती है। जलापूर्ति चालू करने से पूर्व जांच की जाती हैं। जांचोपरांत गड़बड़ी पाये जाने पर संवेदक को सुधार करने की हिदायतें दी जाती हैं।
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