लखीसराय। सूर्यगढ़ा विधान सभा क्षेत्र का नक्सल प्रभावित चानन प्रखंड कई मायने में आज भी उपेक्षित एवं पिछड़ा है। ग्रामीण क्षेत्रों में चौपालों पर विधानसभा चुनाव की चर्चा जोरों पर है। इस बार का विधायक का ताज किसके सिर होगा यही बहस का मुद्दा है। चर्चा यह भी हो रही है कि प्रखंड क्षेत्र के बासकुंड जलाशय का पानी महुलिया व बसुआचक बहियार के बीच ऊपरी क्षेत्रों में एवं मननपुर बस्ती के कमला जोत बहियार मे नहर या पइन के माध्यम से किसानों के खेतों तक पानी कब पहुंचेगा। कौन प्रत्याशी यहां की जनता के विश्वास पर खरा उतरेंगे। बासकुंड जलाशय से बरसात का पानी डैम के जर्जर रहने से रिसाव होकर बर्बाद हो जाता है। इसे रोककर नहर या पइन बनाकर किसानों के खेतों तक पानी पहुंचाने का प्लान किसी पार्टी या प्रत्याशी के एजेंडे में है या नहीं। यह भी देखा जायेगा कि कौन प्रत्याशी केवल बयानबाजी करने वाले हैं व कौन जनता का सेवक बनकर उनके सुख दु:ख समेत चानन की समस्या को दूर करने में कारगर होंगे। इस बार एनडीए व महागठबंधन प्रत्याशी के बीच सीधी टक्कर को लोजपा प्रत्याशी ने त्रिकोणात्मक बना रखा है। देखना है इस क्षेत्र के विश्वास पर खड़ा कौन उतरते हैं।
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