लखीसराय । निजी क्लीनिक संचालक से रकम लेकर सदर अस्पताल से प्रसव पीड़िता को वहां भेजने के मामले में सदर अस्पताल प्रशासन ने नर्स को चिह्नित करके उसके विरुद्ध कार्रवाई शुरू कर दी है। सात ए-ग्रेड नर्स से स्पष्टीकरण मांगा गया है। सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. अशोक कुमार सिंह ने ए-ग्रेड नर्स प्रतिमा कुमारी, नीलिमा कुमारी सिन्हा एवं रेखा कुमारी, आभा कुमारी-1, आभा कुमारी-2, नीली कुमारी एवं बबीता कुमारी-2 से स्पष्टीकरण मांगा है। इसमें प्रतिमा कुमारी, नीलिमा कुमारी सिन्हा एवं रेखा कुमारी से पूछा गया है कि सदर अस्पताल में भर्ती रेखा कुमारी का 21 सितंबर को सिजेरियन प्रसव कराने की सारी व्यवस्था पूर्ण कर ली गई थी। इसके लिए खून की भी व्यवस्था कर ली गई थी। शिफ्ट समाप्त होने के समय उनलोगों के द्वारा रेखा देवी को रेफर करवा दिया गया। इससे गरीब मरीज को अनावश्यक धनराशि खर्च करनी पड़ी। वहीं आभा कुमारी-1, आभा कुमारी- 2, नीली कुमारी एवं बबीता कुमारी -2 से पूछा गया है कि 29 सितंबर की सुबह आठ बजे से दिन के दो बजे तक एवं 30 सितंबर को दिन के दो बजे से रात्रि आठ बजे तक अस्पताल प्रबंधक एवं डॉ. कुमार अमित द्वारा प्रसव कक्ष का निरीक्षण किया गया। पाया गया कि अस्पताल आई सभी मरीजों को भर्ती नहीं किया गया है। पूछने पर यह बताया गया कि प्रसव होने लायक अथवा प्रसव होने के बाद ही मरीज को भर्ती किया जाता है। इससे स्पष्ट होता है कि उन लोगों द्वारा निजी स्वार्थ की खातिर मरीजों को निजी क्लीनिक में जाने को बढ़ावा देने के लिए ही ऐसा किया जाता है।
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