मधेपुरा। चुनाव की तिथि घोषणा होते ही राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। टिकट के दावेदारों की नींद उड़ गई है। मामला फीट बैठाने के जुगाड़ में लग गए हैं, लेकिन सभी दल के दावेदारों को अपने ही लोगों से खतरा है। अंदरूनी विवाद ने ही उनकी परेशानी बढ़ा दी है। ऊपर से तो सब ठीक-ठाक नजर आ रहा है लेकिन, अंदरखाने में मामला फीट नहीं बैठ रहा।
पिछले दिनों तो जदयू के प्रदेश पदाधिकारी के सामने ही दो दोवेदार के समर्थक आपस में उलझ गए। एक दूसरे के खिलाफ नारेबाजी की गई। बिहारीगंज के वर्तमान विधायक के समर्थक व विरोधियों के बीच जमकर शब्दबान चले। ऐसे में पार्टी पदाधिकारी नाराज होकर यहां से चले गए।
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मालूम हो कि जिले के चार विधानसभा सीट हैं। राजग व महागठबंधन में किस-किस पार्टी की दावेदारी किस सीट पर होगी यह अब तक साफ नहीं हुआ है। फिर भी टिकट के दावेदार लगातार आलाकमान से संपर्क में हैं। इधर नाराज कार्यकर्ता भी विरोध का स्वर धीरे-धीरे तेज कर रहे हैं। ऐसे में दावेदारों की परेशानी बढ़ती ही जा रही है। महागठबंधन व राजग दोनों में नाराज कार्यकर्ता अगल से रणनीति तैयार कर रहे हैं। पार्टी कार्यकर्ताओं का कहना है कि पार्टी ने प्रत्याशी के चयन में गलती की तो वे साथ नहीं देंगे। प्रदेश नेतृत्व रख रही है नजर
महागठबंधन व राजग की ओर से कार्यकर्ताओं की गतिविधियों पर प्रदेश स्तर से नजर रखी जा रही है। वहीं पार्टी द्वारा अंदरूनी सर्वे भी कराया जा चुका है। सभी विधानसभा में दावेदारों की सूची भी तैयार कर ली गई है। एक-एक विधानसभा से चार-चार नामों को रखा गया है। सभी पर मंथन जारी है।
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