मधेपुरा। विधानसभा चुनाव के लिए जिला प्रशासन की ओर से तैयारी जोर शोर से शुरू कर दी गई है। चुनाव को लेकर मतदान कर्मियों को प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। इधर, ड्यूटी में लगाए गए कर्मचारी मतदान कार्य से पीछा छुड़ाने के जुगत भिड़ाने में जुट गए हैं। इसमें सबसे अधिक महिला मतदानकर्मी शामिल हैं। चुनाव ड्यूटी से हटने के लिए इन लोग कोरोना का सहारा ले रहे हैं।
जानकारी के अनुसार, मतदान कर्मियों की सूची प्रखंडवार तैयार किया गया है। तैयार की गई सूची के आधार पर मतदान कर्मियों को प्रशिक्षण के लिए बुलाया जा रहा है। जिला निर्वाचन कार्यालय कोरोना संकट को देखते हुए इस बार अधिक मतदान कर्मियों की सूची तैयार करने में जुटा हुआ है। इस वजह से महिला मतदान कर्मियों को भी चुनाव कार्य में लगाया जा रहा है, लेकिन निर्वाचन कार्य से बचने को लेकर कर्मी अभी से ही नाम कटाने की जुगत लगाने में जुट गए हैं।
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निर्वाचन कार्यालय के मुताबिक दो दर्जन के आसपास कर्मियों ने विभिन्न बीमारियों सहित कोरोना पॉजिटिव होने की बात कह कर चुनाव कार्य से अलग रखने को लेकर आवेदन दिया है। जिले के चार विधानसभा क्षेत्र में इस बार मतदान को लेकर 1285 मूल मतदान केंद्र बनाए गए हैं। वहीं 584 सहायक मतदान केंद्र भी बनाए गए हैं। इन मतदान केंद्रों पर करीब साढ़े सात हजार से अधिक कर्मियों की जरूरत है।
विस चुनाव में अधिक कर्मियों की होगी जरूरत
कोरोना संकट को देखते हुए इस बार विस चुनाव में अधिक कर्मियों की जरूरत होगी। इसकी मुख्य वजह है कि 80 वर्ष से अधिक उम्र के मतदाता और कोरोना पॉजिटिव हुए मरीजों को घर पर ही मतदान करने की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। मालूम हो कि कोरोना वायरस को लेकर राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से यह दिशा निर्देश जारी किया गया है। जारी किए गए निर्देश के मुताबिक 80 वर्ष या उससे अधिक आयु वाले मतदाताओं द्वारा बूथ पर जाने में असमर्थता व्यक्त किए जाने पर यह सुविधा उपलब्ध होगी। ऐसे मतदाताओं के घर पोलिग पार्टी बैलेट पेपर के साथ उनके घर पहुंचकर मतदान कराएंगे। इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी पूरा एहतियात बरता जाएगा। इस विधानसभा चुनाव में यह सुविधा उपलब्ध कराए जाने को लेकर अधिक मतदान कर्मियों की जरूरत होगी।
चुनाव ड्यूटी से बचने के लिए आवेदन देने में महिलाकर्मी आगे
चुनाव कार्य से बचने के लिए कोरोना सहित अन्य बीमारियों का सहारा लिया जा रहा है। चुनाव कार्य से नाम हटाने को लेकर आवेदन देने वालों में महिला कर्मियों की संख्या सबसे अधिक है। अधिाकरियों की माने तो कोरोना पॉजिटिव व अन्य गंभीर बीमारियों में चिकित्सक द्वारा पुष्टि किए जाने पर नाम हटाने का प्रावधान है, लेकिन कर्मियों द्वारा इस बार मेडिकल जांच प्रक्रिया प्रारंभ होने के पूर्व ही बड़ी संख्या में कर्मियों ने आवेदन दिया है। कोट चुनाव कार्य में इस बार अधिक मतदान कर्मियों की जरूरत होगी। कोरोना के संकट को देखते हुए मतदान केंद्रों पर विशेष एहतियात बरता जाएगा। 1265 मूल मतदान केंद्रों के अलावा 584 सहायक मतदान केंद्र भी बनाए गए हैं। इस वजह से मतदान कर्मियों की संख्या भी अधिक होगी। चुनाव कार्य से हटाने को लेकर आवेदन देने वाले कर्मियों की मेडिकल जांच के आधार पर निर्णय लिया जाएगा।
-पवन कुमार, जिला उप निर्वाचन पदाधिकारी
मधेपुरा
Posted By: Jagran
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