लखीसराय । कजरा थाना क्षेत्र स्थित श्रृंगी ऋषि धाम के पुजारी नीरज की हत्या से उनके गांव लय में मातम छा गया है। एक गरीब ब्राह्मण परिवार जो दशकों से श्रृंगी ऋषि धाम से प्राप्त दक्षिणा की आय पर ही जीवन निर्वाह कर रहे थे उनकी हत्या से हर कोई हतप्रभ है। 23 अगस्त से ही नीरज झा के घर में चूल्हा नहीं जल रहा था। घर वाले भगवान से नीरज की सकुशल वापसी की याचना कर रहे थे। पिता राजेंद्र झा एवं मां अपने बेटे की आने की आस लगाए थे। मगर बेटे की जगह उसकी लाश आई। नीरज झा का अपहरण उस समय कर लिया गया जब वे रविवार को हर दिन की तरह पूजापाठ करने श्रृंगीऋषि धाम गए थे। नहीं लौटने की स्थिति में उसकी खोजबीन की गई। लेकिन इसी बीच अपहरणकर्ताओं के द्वारा फिरौती के रूप में एक करोड़ रुपये की मांग की गई। इतनी बड़ी रकम पुजारी के परिवार वालों के लिए मुमकिन नहीं थी। बताया जा रहा है कि सोमवार के बाद से अपहरणकर्ताओं से कोई बातचीत स्वजनों को नहीं हुई। अनुमानत: नीरज की हत्या करना ही नक्सलियों का मकसद था। लेवी की मांग सिर्फ लोभ था। हत्या के पीछे का कारण श्रृंगी ऋषि धाम से होने वाली कमाई पर अपहरणकर्ताओं की नजर मानी जा रही है। और, इसके पीछे एक कथित कमेटी के लोगों का भी हाथ हो सकता है जिससे नीरज का पूर्व में विवाद भी हुआ था।
Posted By: Jagran
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