लखीसराय । चानन और सूर्यगढ़ा प्रखंड क्षेत्र की सीमा पर पहाड़ की गुफा और घने जंगलों के बीच स्थित अवस्थित धार्मिक व पौराणिक स्थल बाबा श्रृंगी ऋषि धाम की धरती दूसरी बार खून से लाल हो गई है। यहां कभी अयोध्या से चलकर राजा दशरथ पुत्र रत्न की प्राप्ति के लिए भव्य यज्ञ कराए थे। आज वहीं इस धरती ने एक ऐसी संतान की जान ले ली जो बाबा श्रृंगी ऋषि धाम मंदिर के पुजारी थे। उपासक इस बात से हैरान हैं कि हे बाबा ये क्या हो गया ? आप तो संतान देने वालों में से है। फिर ले कैसे लिए ? वह भी अपने पुजारी शिष्य को, जो वर्षों से आपकी सेवा में लगे थे। लय गांव निवासी पुजारी नीरज झा की हत्या के बाद यह स्थल फिर से वीरान हो सकता है। चूंकि बाहरी लोग अब आने से एक बार जरूर सहमेंगे। नक्सलियों ने हनुमान थान के पास गोली मारकर नीरज झा की हत्या कर दी। नक्सली भले ही सरकार से लोहा लेने के नाम पर इस तरह के घिनौने कार्य करके गरीबों के मसीहा बनने का दावा कर रहे हैं। लेकिन उन्हें उस परिवार की चिता नहीं जो नीरज की कमाई पर ही आश्रित थे। नीरज झा की पत्नी जूली देवी अपने सुहाग की भीख एक सप्ताह से भगवान से मांग रही थी लेकिन उनकी भी नहीं सुनी गई। इससे पहले इसी धाम के निकट हवलदार लुकस टेटे की हत्या नक्सलियों ने करके लाश फेंकी थी। इस बार पुजारी नीरज को निशाना बनाया गया।
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Posted By: Jagran
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