पुरैनी (मधेपुरा)। कोरोना का कहर दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। सरकारी निर्देशानुसार कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए स्थानीय प्रशासन लोगों को जागरूक करने के लिए जहां हर हथकंडे अपना रहा है, वहीं अधिकांश लोग इसकी बिल्कुल अनदेखी कर कोरोना संक्रमण को बढ़ावा देने पर तुले है। मालूम हो कि सूबे में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण मामले को देखते हुए राज्यव्यापी लॉकडाउन की अवधि एक बार फिर से छह सितंबर तक बढ़ा दी गई है। सूबे में रोजाना बढ़ रहे मामले को लेकर बुद्धिजीवी एवं जिम्मेदार लोगों के बीच जहां कोरोना को लेकर काफी खौफ देखा जा रहा। वहीं इसके अलावा अन्य लोग सामान्य दिनों की भांति कोई भी एहतियात नही बरत रहे हैं। स्थानीय प्रशासन ने जब लॉकडाउन के नियमों के शत-प्रतिशत पालन के लिए मुख्यालय सहित आसपास के क्षेत्रों में बिना मास्क लगाये एवं शारीरिक दूरी का पालन नही करने वालों
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के साथ सख्ती बरतना प्रारंभ किया तो वैसे लोगों के बीच हड़कंप मच गया। साथ ही बिना मास्क लगाये लोगों के चालान काटने लगे तब लोग प्रशासनिक डर से इसका पालन करने लगे। परंतु इसके बावजूद भी खासकर संध्या में मुख्यालय सहित ग्रामीण क्षेत्रों में लगने वाले सब्जी हाट में लोग बिना मास्क लगाए शारीरिक दूरी का उल्लंघन करते नजर आ रहे हैं । सरकारी निर्देशों में शामिल दुकान समय-सीमा के अंदर बंद एवं खुल रहे हैं। प्रशासनिक स्तर से सख्ती के बावजूद तेजी से फैल रहे इस महामारी से बचाव की गंभीरता को आमलोग समझने को तैयार नही है। प्रशासन की गाड़ी आते देख भागना या छुपना आमलोगों की आदत सी हो गयी है। प्रशासन की गाड़ी जाते ही फिर वही होता है जो आमजन पूर्व से ही करते आ रहे हैं। मुख्यालय सहित प्रखंड क्षेत्र के नरदह,
नयाटोला,बंशगोपाल,मरूआही,सपरदह,कुरसंडी आदि स्थानों पर लगने वाले सब्जी हाट का हाल बेहाल है। ऐसे में कोरोना वायरस को लेकर सरकारी स्तर से किए जा रहे निरंतर प्रयास अर्थहीन साबित होने लगा है। जबकि जिले में रोजाना कोरोना पॉजिटिव की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।
Posted By: Jagran
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