14 जुलाई। नीम का प्रयोग आयुर्वेदिक औषधि के रूप में किया जाता है। नीम के तेल में बहुत सारे औषधीय गुण होते हैं, जो सौंदर्य के लिए फायदेमंद होता है।
नीम जड़ी बूटियों का एक खजाना है, जिसे सालों-साल से इस्तेमाल किया आता जा रहा है। शरीर का ऐसा कोई रोग नहीं है, जिसे नीम ठीक न कर सके। यदि बात करें नीम के तेल की तो यह त्वचा से मुंहासे, सोरायसिस, खुजली और दाद आदि को दूर करने में बेहद फायदेमंद है।
यदि नीम के तेल को अपने स्किनकेयर रूटीन में शामिल किया जाए, तो इससे कई तरह के लाभ मिलेंगे। इसके तेल में विटामिन-ई, अमीनो एसिड और फैटी एसिड पाए जाते हैं, जो स्किन को अंदर से पोषण देने का काम करते हैं। यही नहीं, इसका तेल खुजली और फंगल संक्रमण को दूर करने के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है। आइए जानते हैं स्किन पर नीम का तेल लगाने से क्या-क्या फायदे होते हैं...
स्किन बने जवां
रिसर्च में पाया गया है कि नीम का तेल स्किन से फाइन लाइन्स को दूर करने के में बेहद सहायक है। यह स्किन के अंदर कोलाजेन को बढ़ाता है, जिससे स्किन स्मूथ दिखती है। यही नहीं, इसमें विटामिन-ई होने के नाते, यह स्किन की ड्रायनेस को दूर करके स्किन में नमी भरती है।
कील-मुंहासों के लिए रामबाण
नीम के तेल में एंटी बैक्टीरियल, एंटी फंगल और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं, जिसको चेहरे पर लगाने से उन बैक्टीरिया का सफाया होता है, जो मुंहासे पैदा करते हैं। इसे लगाने के लिए नीम के तेल को जैतून के तेल के साथ मिक्स करें और मुंहासे वाले हिस्से पर लगाएं।
झाइयों से दिलाए छुटकारा
यदि आपके चेहरे पर कहीं-कहीं झाइयां या काला निशान दिखता है, तो नीम उससे बचाव कर सकता है। नीम के तेल को चेहरे पर मात्र 15 मिनट के लिए लगाएं और फिर गुनगुने पानी से धो लें। यह आपको यूवी किरणों से भी बचाएगा।
स्किन बनाए टोन
बाजार में मिलने वाले स्किन टोनर में काफी सारे कैमिकल्स होते हैं। आप चाहें तो नीम के तेल का उपयोग टोनर की तरह कर सकती हैं। इसमें एंटी बैक्टीरियल और एंटी माइक्रोबियल गुण पाए जाते हैं, जो स्किन के पोर्स में समा कर चेहरे को टोन करने का काम करते हैं।
नीम के तेल में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुण पाए जाते हैं, जो फंगल संक्रमण को आराम से दूर कर सकते हैं। इसका इस्तेमाल काफी आसान है। इसके जरा से तेल को प्रभावित त्वचा पर रूई की मदद से 2 बार लगाएं।