बेटी के बड़े होने पर ही हर पिता के मन में उसके भविष्य को लेकर चिंता जाग उठती है। प्रधानमंत्री सुकन्या योजना के कारण काफी पिताओं को राहत मिली है।साथ ही साथ कई लोग पब्लिक प्रोविडेंट फंड में भी ऐसे भविष्य के लिए जमा करके रखते हैं। लेकिन लोगों के मन में यह सवाल जरूर उठता है कि दोनों में से बेहतर क्या रहेगा। तो यदि आपके मन में भी ऐसे सवाल उठते हैं तो नीचे दिए गए कुछ पॉइंट्स को पढ़कर आप या फैसला कर पाएंगे कि कौन सा आपके लिए बेहतर होगा।
सुकन्या योजना की खास बातें
-सुकन्या स्मृद्धि योजना के तहत 250 रुपये में खाता खोला जा सकता है. इसे बैंक या पोस्ट ऑफिस में कहीं भी खोल सकते हैं.
-किसी बच्ची के जन्म लेने के बाद 10 साल की उम्र से पहले इस योजना के तहत खाता खोला जा सकता है.
-खाता खोलने के लिए जो डॉक्यूमेंट चाहिए, उनमें बच्ची का बर्थ सर्टिफिकेट का होना जरूरी है. इसके अलावा बच्ची और पैरेंट्स के पहचान और पते का प्रमाण भी देना होता है.
-अगर खाताधारक खाता खोलने की मूल जगह से कहीं और शिफ्ट हो गया हो तो कोई दिक्कत की बात नहीं है, क्योंकि यह खाता देशभर में कहीं भी ट्रांसफर कराया जा सकता है और इसके लिए कोई शुल्क भी नहीं देना होता.
-खाता खोलने के 5 साल के बाद बंद किया जा सकता है. यह भी कई परिस्थितियों पर निर्भर करता है, जैसे कोई खतरनाक बीमारी होने पर या अगर किसी दूसरे कारण से खाता बंद किया जा रहा हो तो इसकी परमिशन मिल सकती है, लेकिन उस पर ब्याज सेविंग एकाउंट के हिसाब से मिलेगा.
-21 साल पूरा होने से पहले अगर खाता बंद कराना हो तो खाताधारक को यह एफिडेविट देना पड़ता है कि खाता बंद करने के समय उसकी उम्र 18 साल से कम नहीं है.
-खाते से 18 साल की उम्र के बाद बच्ची की उच्च शिक्षा के लिए 50 फीसदी तक रकम निकाली जा सकती है.
-लड़की के 21 साल के होने पर या लड़की की शादी होने के बाद एकाउंट मैच्योर हो जाता है और पूरा पैसा ब्याज सहित मिल जाता है.
-चालू वित्त वर्ष में इसके तहत अधिकतम 1.5 लाख रुपए जमा कराए जा सकते हैं. इस योजना के तहत पैसा लगाने पर आयकर कानून की धारा 80C के तहत टैक्स छूट का लाभ मिलता है.
-सुकन्या समृद्धि योजना में फिलहाल 7.6 फीसदी सालाना ब्याज मिल रहा है.
PPF की खास बातें-PPF को बैंक या पोस्ट ऑफिस में कहीं भी खोला जा सकता है. इसे किसी भी बैंक में या किसी भी पोस्ट ऑफिस में ट्रांसफर भी किया जा सकता है.
-सिर्फ 100 रुपये के साथ इस स्कीम को खोला जा सकता है. हालांकि बाद में हर साल 500 रुपए एक बार में जमा करना जरूरी है.
-यह स्कीम 15 साल की है और बीच में बंद नहीं किया जा सकता.
-15 साल पूरे होने के बाद 5-5 साल के लिए इस स्कीम को बढ़ाया जा सकता है.
-इस स्कीम में हर साल 1.5 लाख रुपये तक जमा कराए जा सकते हैं.
-खाता खोलने के लिए तीन साल बाद इस अकाउंट के बदले लोन लिया जा सकता है. इस एकाउंट से 7वें साल से नियमों के तहत पैसा निकाला जा सकता है.
-सरकार इस स्कीम के लिए ब्याज दरों की समीक्षा हर तीन महीने में करती है.
-इस योजना में निवेश के जरिए 80C के तहत 1.5 लाख रुपए तक टैक्स की छूट का लाभ लिया जा सकता है.-फिलहाल इस अकाउंट पर 7.1 फीसदी ब्याज मिल रहा है.
किस योजना में करें निवेश?
अब आपके मन में यह बातें जरूर उठ रही होगी कि आप फिर मुझे इन दोनों में से किस योजना पर निवेश करना चाहिए। तो मैं आपको बता दूं कि यदि आपकी बेटी की उम्र 10 साल से कम है तो आपको निश्चित तौर पर सुकन्या योजना में ही निवेश करना चाहिए। सुकन्या योजना में पब्लिक प्रोविडेंट फंड के मुकाबले ज्यादा इंटरेस्ट मिलता है लेकिन यदि आपकी बेटी की उम्र 10 साल से ज्यादा हो चुकी है तो आपके लिए सबसे सही चुनाव पब्लिक प्रोविडेंट फंड ही होगा।