यूपी:कानपुर में हुए एनकाउंटर में आठ पुलिसकर्मी की बेहरमी से हत्या कर दिया गया था. वही मुठभेड़ में मारे गए बदमाश अमर दुबे की पत्नी खुशी को जेल भेज दिया था। खुशी की शादी वारदात के दो दिन पहले ही हुई थी, ऐसे में साजिश रचने की भूमिका उसकी है,ये बात गले नहीं उतर रही थी। जिसके बाद पुलिस ने उसे जेल से छुड़ाने के लिए 169 की कार्रवाई की है। एक दो दिन में वो जेल से रिहा हो जाएगी। बिकरू गांव में दो जुलाई की रात दहशतगर्द विकास दुबे ने आठ पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी गई थी।
पुलिस ने मामले में नवविवाहिता खुशी दुबे को भी जेल भेजा था। उसका पति अमर दुबे हमीरपुर में मुठभेड़ में मारा जा चुका है। खुशी की शादी 29 जून को हुई थी। ठीक दो दिन बाद वारदात हुई। पुलिस ने बगैर जांच और साक्ष्यों के उसको साजिश रचने के आरोप में जेल भेज दिया था।सवाल उठने लगे थे कि जो युवती दो दिन पहले गांव में ब्याह कर आई थी वो इतनी बड़ी वारदात की साजिश कैसे रच सकती है।
इस संबंध में खबर प्रकाशित की जिसका आईजी रेंज मोहित अग्रवाल ने संज्ञान लिया और एसएसपी को जांच कर सही कार्रवाई करने के निर्देश दिए।एसएसपी दिनेश कुमार पी ने बताया कि कुछ लोगों ने उसका नाम लिया था। इसलिए उस पर कार्रवाई कर जेल भेजा गया था। अब दोबारा कार्रवाई की समीक्षा की गई तो उसकी भूमिका नहीं पाई गई। इसलिए उसको जेल से रिहा कराने के लिए 169 की कार्रवाई की गई है। जल्द वो जेल से छूट जाएगी। कोई भी निर्दोष जेल नहीं जाएगा।