शरीर के किसी भी हिस्से में गर्मी से फोड़े-फुंसी हो जाते हैं. यह शरीर के बाहरी हिस्से में होते हैं. बालतोड़ से भी ये परेशानी हो सकती है.
कारण- गंदगी यानी हाइजीन की कमी, बैक्टीरियल इंफेक्शन, लिम्फ नलिकाओं में रुकावट, शरीर में विषैले तत्त्वों का होना आदि.
आयुर्वेदिक उपचार- कलिहारी की जड़ को घिसकर उसका लेप लगाने व सीताफल की पत्तियों को पीसकर लेप या फिर जलकुम्भी को पीसकर लेप बनाकर फोड़े पर लगाना भी लाभकारी होता है. गर्म व ठंडे पानी की पट्टी थोड़ी-थोड़ी देर रखने से भी आराम मिलेगा.
आहार- अगर बार-बार फोड़े-फुंसी की समस्या रहती है तो आहार पर ध्यान रखें. हरी व नारंगी सब्जियां व मौसमी फल, प्याज, लहसुन, बादाम, अलसी, अखरोट, कद्दू के बीज, हल्दी, तुलसी, अदरक, आंवला लेना अच्छा रहता है. शक्कर, जंक फूड, रेड मीट, दूध, चाय कॉफी आदि का परहेज करना चाहिए. ज्यादा तेज मसालेदार, तली-भुनी चीजें और फास्ट फूड खाने से भी पी