मुंबई, 12 जुलाई (आईएएनएस)। घरेलू और विदेशी शेयर बाजारों के फिलहाल कोरोना के कहर के असर से उबरने के आसार नहीं दिख रहे हैं क्योंकि इसका प्रकोप लगातार बढ़ता ही जा रहा है। वहीं, कोरोना काल में चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के दौरान देश की प्रमुख कंपनियों का कारोबार कैसा रहा,इसकी जानकारी इनके वित्तीय नतीजों से मिलेगी। इस सप्ताह कई प्रमुख कंपनियां पहली तिमाही के अपने वित्तीय नतीजे जारी करेंगी जिसपर निवेशकों की नजर होगी और इनसे बाजार की दिशा तय होगी। विप्रो, इन्फोसिस, एचसीएल, एलएंडटी इन्फोटेक, ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज समेत कई कंपनियां इस सप्ताह चालू वित्त वर्ष 2020-21 की पहली तिमाही के अपने कारोबार के वित्तीय नतीजे जारी करेंगी।
इसके अलावा, बीते महीने जून में महंगाई कैसी रही इसकी भी जानकारी इस सप्ताह मिलेगी। निवेशकों की नजर महंगाई दर के आंकड़ों पर भी होगी क्योंकि जून में अनलॉक की प्रक्रिया शुरू होने से आर्थिक गतिविधियां पटरी पर लौटी। वहीं, पेट्रोल और डीजल के दाम में भारी इजाफा हुआ।
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार, देश में कोरोनावायरस संक्रमण के कुल मामले 8,49,553 हो चुके हैं जिनमें से 22,674 लोगों की इस वायरस के प्रकोप में मौत हो चुकी है। हालांकि कुल संक्रमित मरीजों में से 5,34,621 स्वस्थ हो चुके हैं।
सप्ताह के आरंभ में सोमवार को खुदरा महंगाई दर के आंकड़े जारी होंगे और इसके एक दिन बाद मंगलवार को थोक महंगाई दर के आंकड़े जारी होंगे। वहीं, बुधवार को व्यापार संतुलन के आंकड़े भी आएंगे।
देश की प्रमुख प्रौद्योगिकी कंपनी विप्रो के तिमाही वित्तीय नतीजे मंगलवार को जारी होंगे। इसके एक दिन बाद बुधवार को इन्फोसिस और एलएंडटी इन्फोटेक समेत कई कंपनियों के तिमाही वित्तीय नतीजे जारी होंगे। एचसीएल टेक्नोलोजीज और ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज समेत कई कंपनियां शुक्रवार को अपने वित्तीय नतीजे जारी करेंगी।
इस बीच मानसून की प्रगति अब तक बाजार के लिए उत्साहवर्धक रही है और अगले सप्ताह भी मानूसन की प्रगति पर बाजार की नजर रहेगी।
वहीं, विदेशों में इस सप्ताह जारी होने वाले प्रमुख आर्थिक आंकड़ों का भी बाजार पर असर देखने को मिलेगा। यूरोपियन यूनियन के औद्योगिक उत्पादन के मई महीने के आंकड़े मंगलवार को जारी होंगे। इसके बाद बैंक ऑफ जापान बुधवार को ब्याज दर को लेकर अपने फैसले का एलान कर सकता है। वहीं, गुरुवार को चीन में औद्योगिक उत्पादन के जून महीने के आंकड़े जारी होंगे।
इन सबके अलावा, अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का भाव और डॉलर के मुकाबले रुपये की चाल पर भी बाजार की नजर होगी।
-आईएएनएस