राजस्थान। प्रदेश पुलिस ने कांग्रेस सरकार अस्थिर करने के मामले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उपमुख्यमंत्री सचिव पायलट को बयान दर्ज कराने के लिए नोटिस जारी किया है। पुलिस के SOG ने सरकार के मुख्य सचेतक महेश जोशी को नोटिस सौंपा है।
एसओजी ने शुक्रवार को अशोक गहलोत सरकार गिराने को लेकर विधायकों की खरीद फरीद में कथित तौर पर शामिल दो लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। सूत्रों के मुताबिक जल्द ही करीब दो दर्जन विधायकों व अन्य लोगों को भी बयान दर्ज कराने के लिए नोटिस भेजा जाएगा।
हिरासत में लिए गए लोगों ने खुलासा किया था कि दो से तीन विधायक भाजपा की ओर से कांग्रेस विधायकों को पैसे की पेशकश की थी। हालांकि उन्होंने फिलहाल विधायकों का नाम नहीं बताया है। एसओजी के अधिकारी ने बताया, शुक्रवार रात एक व्यक्ति को उदयपुर, जबकि एक को अजमेर से हिरासत में लिया गया। उन्हें पूछताछ के लिए जयपुर लाया गया है।
एसओजी ने इन लोगों के मोबाइल नंबरों से मिले तथ्यों के आधार पर राज्य में विधायकों की खरीद फरोख्त और निर्वाचित सरकार को अस्थिर करने के आरोपों के संबंध में शुक्त्रस्वार को एक मामला दर्ज किया। एसओजी अधिकारियों के अनुसार इन नंबरों पर हुई बातचीत से ऐसा प्रतीत होता है कि राज्य सरकार को गिराने के लिए सत्तारूढ़ पार्टी के विधायकों को प्रलोभन दिया जा रहा है।
सूत्रों के मुताबिक, आईटीसी दिल्ली में इस समय 16 कांग्रेस विधायक और 3 निर्दलीय विधायक मौजूद हैं। गहलोत ने जयपुर में देर रात बैठक बुलाई।
Rajasthan Government issues regulations on inter-state movement of persons, in wake of an upsurge in #COVID19 positive cases in the state. People travelling by road shall be screened at check post to be established on state borders. pic.twitter.com/DO7ZHNSwr7