सोनभद्र : कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण पर लगाम लगाने के लिए शुक्रवार की रात 10 बजे से 13 जुलाई सुबह पांच तक 55 घंटे के प्रतिबंध का शनिवार को शहर में व्यापक असर देखने को मिला. जरूरी सामान की दुकानों को छोड़कर पूरा शहर बंद रहा. गली-मोहल्ले में भी दुकानें बंद रहीं. सड़कों पर इक्का-दुक्का वाहन ही नजर आए. उन्हें भी जगह-जगह लगे पुलिस नाकों पर चेकिग से गुजरना पड़ रहा है. जनपद से लगने वाली चार राज्यों की सीमा को भी सील कर दिया गया है. बिना मशक्कत घरों में लोग हुए कैद :
प्रतिबंध के पहले दिन शनिवार को जिले में सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा. हालांकि इस प्रतिबंध में लोगों में जागरूकता भी दिखी. सेकेंड शनिवार होने के कारण बैंकों व कार्यालयों में अवकाश होने के कारण कर्मचारी घरों में ही रहे. कार्यालय बंद होने व प्रतिबंध के कारण आमजन मानस भी घरों में ही रहने को सही समझा. राबर्ट्सगंज के रामलीला मैदान के समीप एक स्वास्थ्य कर्मी के कोरोना पॉजिटिव मिलने के कारण बढ़ौली चौराहा से चंडी तिराहा तक मुख्य मार्केट के मार्ग को पहले ही सील कर दिया गया है. प्रतिबंध के कारण ऑटो व रिक्शा का संचालन नहीं हुआ. यहां तक कि सब्जी की दुकानें भी बंद रहीं. होटल व रेस्टोरेट के अलावा ढाबा भी बंद रहे. नगर में स्थित कुछ प्रमुख दवा की दुकानें खुली रहीं. राबर्ट्सगंज नगर में अपर पुलिस अधीक्षक मुख्यालय ओपी सिंह, क्षेत्राधिकारी नगर राजकुमार त्रिपाठी, प्रभारी निरीक्षक राबर्ट्सगंज अंजनी कुमार राय, चौकी प्रभारी राबर्ट्सगंज योगेंद्र सिंह, यातायात प्रभारी बागीस विक्रम सिंह उपजिलाधिकारी यमुना धर चौहान की मौजूदगी में विभिन्न चौराहों व तिराहों पर वाहनों की जांच करते रहे. बिना कागजात, बेवजह व बिना मास्क के चलने वाले पुलिस के निशाने पर रहे. हाईवे पर भी वाहनों का रहा टोटा :
जिला मुख्यालय से होकर गुजरे राज्य हाईवे पर वाहनों की आवाजाही पर रोक नहीं लगाई गई थी लेकिन शनिवार को इस मार्ग पर वाहनों का टोटा रहा. पेट्रोल, डीजल व रसोई गैस सिलेंडर को लेकर आने वाले वाहनों दौड़ते रहे. इसके अलावा खाद्य सामग्री से लदे वाहन भी चले. जनपद से पूर्वांचल के विभिन्न शहरों को गिट्टी व बालू लेकर जाने वाले वाहन सामान्य दिनों की अपेक्षा शनिवार को लॉकडाउन में कम देखे गए.
34 बैरियर लगाकर किया गया सील :
जिले में 34 बैरियर लगाकर जनपद को पूरी तरह से सील किया गया है. पुलिस अधीक्षक आशीष श्रीवास्तव के मुताबिक बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़ व मध्यप्रदेश की सीमाओं पर बैरियर लगाए गए हैं. यह बैरियर रायपुर, मांची, घोरावल, अनपरा, शक्तिनगर, बभनी, विढमगंज व कोन थाना क्षेत्र में लगाए हैं. इसके अलावा एक जनपद से दूसरे जनपद के बीच आवाजाही रोकने के लिए कुल छह अंतर जनपदीय बैरियर लगाया गया है. ये बैरियर राबर्ट्सगंज घोरावल, करमा, पन्नूगंज व रायपुर थाना क्षेत्र में स्थित हैं. जिले में एक शहर से दूसरे शहर में आवागमन को रोकने के लिए 11 बैरियर लगाए गए हैं. ये बैरियर सभी थाना क्षेत्रों में आवश्यकतानुसार बनाए गए हैं.
प्रतिबंध का सख्ती से कराते रहे पालन
दुद्धी : वैश्विक महामारी कोरोना से बचाव के लिए लागू किए गए 55 घंटे के लॉकडाउन का सख्ती से अनुपालन कराने के लिए पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों का चक्रमण तहसील क्षेत्र में सुबह से ही शुरू हो गया. उपजिलाधिकारी दुद्धी सुशील कुमार यादव ने बताया कि तहसील क्षेत्र में सख्ती के साथ लागू किया गया है. विशेष जरूरत होने वालों के अलावा किसी को बाहर निकलने की इजाजत नहीं है. मजिस्ट्रेटों को तैनात किया गया है. पुलिस क्षेत्राधिकारी संजय कुमार वर्मा, तहसीलदार बृजेश कुमार वर्मा, नायब तहसीलदार सूर्यबली मौर्या एवं कोतवाल पंकज कुमार सिंह लोगों को प्रतिबंध के प्रति जागरूक करते रहे.
आवश्यक वस्तुओं और दवा की खुली रहीं दुकानें
घोरावल : लॉकडाउन के दौरान स्थानीय नगर व ग्रामीण क्षेत्रों की सभी दुकानें बंद रहीं. शुक्रवार की रात उप जिलाधिकारी तथा क्राइम इंस्पेक्टर रमाकांत यादव ने नगर में चक्रमण कर नगरवासियों को सूचित कर दिया. आवश्यक वस्तुओं को छोड़कर सभी दुकानें बंद रहीं. एसडीएम जैनेंद्र सिंह, कोतवाली प्रभारी बृजेश सिंह ने संपूर्ण नगर व क्षेत्र का जायजा लिया. प्रतिबंध के पूर्व घोरावल नगर में कोरोना पॉजिटिव मिलने से कंटेनमेंट घोषित कर दिया गया था. नगर के वार्ड नंबर एक, दो तथा छह में कोरोना पॉजिटिव मिलने के कारण इन वार्डों को सील किया गया था. इसके अलावा नगर के छह स्थानों पर बैरियर लगाए गए हैं. जिन पर 24 घंटों में तीन शिफ्ट में अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है.