जब व्यक्ति बिल्कुल ध्यान नहीं देता तो उसे इस तरह की समस्या हो जाती है। पेट की नाभि अचानक झुकने और कब्ज होने के कारण भी खिसक जाती है। नाभि खिसकने के कारण मासिक धर्म के दौरान महिलाओं के पेट में तेज दर्द भी होता है। आइए जानते हैं नाभि खिसकने पर क्या घरेलू उपचार करना चाहिए।
नाभि खिसकने पर एक चम्मच आंवला पाउडर में नींबू का रस मिलकर नाभि के चारों ओर इस पेस्ट को लगाएं और कुछ देर तक लेटे रहें। दिन में दो बार नाभि पर आंवले का पेस्ट लगाने से नाभि अपनी जगह पर आ जाती है। इसके अलावा नाभि खिसकने पर दर्द से राहत पाने के लिए गिलोय भी काफी लाभकारी साबित होता है।
नाभि खिसकने पर व्यक्ति को नौकासन, पवनमुक्तासन और हलासन करना चाहिए। ये ऐसे आसन हैं जो इस समस्या को दूर करने में काफी मददगार साबित होते हैंय़ अगर आपको आए दिन ऐसी समस्या होती है तो आपको नियमित रुप से ये आसन करने चाहिए।
नाभि खिसकने के बाद कुछ लोगों को तेज दस्त होने लगता है। ऐसी स्थिति में एक गिलास पानी में एक चम्मच चायपत्ती मिलाकर उबाल लें और छानकर गुनगुना चाय पीएं। इससे दर्द तो कम होगा ही साथ में नाभि अपनी जगह पर आ जाएगी।
नाभि खिसकने पर मसाज कराने से भी दर्द से काफी राहत मिल जाती है। लेकिन यह मसाज सामान्य मसाज की तरह नहीं होता है बल्कि इसे किसी विशेषज्ञ से करवाना पड़ता है। जब आपको इस तरह की समस्या हो तो उस दौरान भारी चीजें उठाने से परहेज करें अन्यथा आपकी परेशानी बढ़ सकती है।
नाभि खिसकने पर इसे वापस अपनी जगह लाने में सरसों का तेल काफी मददगार होता है। इसके अलावा यह दर्द को भी दूर कर देता है। जब आपकी नाभि खिसक जाए तो तीन से चार दिन नियमित रुप से खाली पेट सरसों के तेल की कुछ बूंदे नाभि में डालें। आपको जल्द ही फर्क दिखायी देगा और धीरे धीरे नाभि अपनी जगह पर आना शुरू हो जाएगी।