नई दिल्ली (New Delhi). 2021 तक कोरोनो वायरस वैक्सीन आने की संभावना नहीं है. विज्ञान और प्रौद्योगिकी की संसद की स्थाई समिति को सरकारी अधिकारियों ने यह बात बताई है.
शुक्रवार (Friday) को संसद में हुई सांसदों के पैनल की बैठक में सरकारी अधिकारियों ने बताया कि भारत के एक जैनेरिक दवाओं और वैक्सीन के शीर्ष निर्माता दुनिया में वैक्सीन बनाने के लिए चल रही दौड़ में अहम रोल निभाएंगे.
एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने बैठक में कहा कि "दुनिया के लगभग 60 प्रतिशत टीके भारत में विकसित किए गए हैं, इसलिए हमें उम्मीद है कि भारत वैक्सीन को खोजने या निर्माण करने की दिशा में अग्रणी होगा."
पार्लियामेंट्री कमेटी को जानकारी देने वाले विशेषज्ञों में जैव प्रौद्योगिकी विभाग, वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान विभाग, वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद व सरकार (Government) के प्रमुख वैज्ञानिक सलाहकार के विजय राघवन भी शामिल थे.
कुछ सांसदों ने योग गुरु बाबा रामदेव के पतंजलि आयुर्वेद की उस स्वसारी कोरोनिल किट की प्रभावशीलता के बारे में पूछा, जिससे कोरोनो वायरस के इलाज को लेकर विवाद शुरू हो गया था. इस पर वैज्ञानिकों ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी.