नई दिल्ली : गर्भावस्था के दौरान प्रत्येक महिला को उचित देखभाल की जरूरत होती है क्योंकि बच्चें को जन्म देने के बाद मां की जिम्मेदारियां काफी बढ़ जाती हैं। बच्चे के जन्म के बाद महिलाओं में कई शारीरिक परिवर्तन देखने को मिलते हैं। जिसके लिये हर महिला को अपने स्वास्थ्य और अपने शरीर की उचित देखभाल की आवश्यकता होती है। शरीर का एंव ब्रेस्ट का आकार बदलना और दर्द महसूस होना- गर्भावस्था के दौरान शरीर में कई परिवर्तन होते हैं।
जैसे- स्तनों का बड़ा हो जाना, स्तनों में दूध का बढ़ जाना, स्तनों में दर्द का अहसास होना, सोते समय दबाव पड़ने के कारण स्तनों से दूध का निकलना, पेट का हल्कापन तथा मानसिक और शारीरिक थकान का होना आदि। प्रसव के बाद इस पूरी प्रक्रिया में सबसे ज्यादा प्रभावित हिस्से, योनि और स्तन होते हैं। पूरी प्रजनन प्रक्रिया में स्तनों में काफी दर्द होता है।
स्तनों का आकार भी सामान्य से बढ़ जाता है। शरीर का वजन और पेट का बढ़ना- गर्भावस्था के दौरान शरीर का वजन 9-10 किलो तक बढ़ जाता है। प्रसव के बाद यह बढ़ा हुआ वजन और भी तकलीफदेह हो जाता है। बालों का गिरना- शिशु के जन्म के बाद शारीरिक कमजोरी और शरीर में होने वाले हार्मोन्स परिवर्तन से बालों के गिरने जैसी समस्यायें उत्पन्न होने लगती है।
हार्मोन्स परिवर्तन एंव चिड़चिड़ापन- अक्सर देखा गया है कि बच्चे के जन्म के बाद हार्मोंस में बदलाव के कारण महिलाएं ज्यादा चिड़चिड़ी हो जाती हैं। ऐसे में साथी के साथ खुशनुमा संबंध बना पाना भी उनके लिए थोड़ा मुश्किल हो जाता है।