नई दिल्ली, 7 जुलाई (आईएएनएस)। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण, ग्रामीण विकास तथा पंचायती राज मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने मंगलवार को कहा कि केंद्र सरकार ने अध्यादेश के जरिए कृषि क्षेत्र में सुधार लाया जिसके बाद किसान अब अपनी उपज देश में कहीं भी बेच सकते हैं। नये सुधार से कृषि क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव देखने को मिलेगा।उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने अध्यादेश लाकर यह सुनिश्चित किया है कि किसानों के साथ किसी प्रकार का छलावा न हो।
कृषि मंत्री तोमर ने मंगलवार को यहां से वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए कृषि विज्ञान केंद्र (केवीके), दातागंज, बदायूं-2(उत्तरप्रदेश) के प्रशासनिक भवन का शिलान्यास किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि किसानों को उनकी उपज के मूल्य की गारंटी पहले से मिलना भी सुनिश्चित होगी।
तोमर ने कहा कि शहरों से गांव लौटे श्रमिकों के लिए आजीविका का साधन मुहैया करवाने के लिए केंद्र सरकार ने गरीब कल्याण रोजगार अभियान शुरू की। उन्होंने कहा कि उत्तरप्रदेश सरकार ने भी अपने स्तर पर लाखों रोजगार देने का व्यापक अभियान चलाया है, जो सराहनीय है।
केंद्रीय मंत्री तोमर ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तरप्रदेश का समग्र विकास हुआ है।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में जल्द ही तीन कृषि विज्ञान केंद्र (केवीके) खोले जाएंगे। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में विगत वर्षो के दौरान 20 केवीके की मंजूरी दी गई जिनमें से 17 खोले जा चुके हैं और बाकी तीन केवीके प्रयागराज, रायबरेली और आजमगढ़ में जल्द ही खोले जाएंगे।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में 86 केवीके हैं, जो अच्छा काम कर रहे हैं।
तोमर ने कहा, उत्तर प्रदेश में विगत वर्षों में 20 केवीके की स्वीकृति दी गई थी, जिनमें से 17 खोले जा चुके हैं। शेष तीन केवीके प्रयागराज, रायबरेली व आजमगढ़ में शीघ्र खुल जाएंगे और एक केवीके मुरादाबाद में प्रस्तावित है।
कार्यक्रम में बताया गया कि देश में 720 केवीके हैं और 151 क्लाइमेट स्मार्ट विलेज बनाए गए हैं, जो विभिन्न परिस्थितियों के लिए तकनीकी माडल पेश करते हैं। केवीके द्वारा हर साल लगभग 15 लाख किसानों व युवाओं को प्रशिक्षण देने का काम भी किया जा रहा हैं।
कार्यक्रम में केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चैधरी, उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, सांसद धर्मेद्र कश्यप, विधायक राजीव कुमार सिंह, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) के महानिदेशक डॉ. त्रिलोचन महापात्रा, उपमहानिदेशक (कृषि प्रसार) डॉ. ए. के. सिंह, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ के कुलपति डॉ. आर.के. मित्तल सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारी वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े थे।
- आईएएनएस