सीढ़ियां चढ़ते वक्त सांस फूलती है तो हो जाएं सावधान, जान ले बाते

सीढ़ियां चढ़ते वक्त सांस फूलती है तो सावधान हो जाएं. रक्त वाहिकाओं में ब्लॉकेज से दिल तक रक्त नहीं पहुंचने से हृदयघात होता है. एक दम से सीने में तेज दर्द, सांस फूलने, पसीना आने पर तुरंत अस्पताल ले जाएं. गोल्डन आवर ट्रीटमेंट से 80% मरीज बच सकते हैं. डिस्प्रिन दें, ईसीजी कराएं. कुछ इंजेक्शन से भी आराम मिलता है.

साइलेंट अटैक - हार्ट अटैक यानि दिल के दौरे के दौरान आमतौर पर लक्षण आधे घंटे तक रहते हैं. आराम करने या दवा खाने से राहत नहीं मिलती है. छोटी दर्द से गंभीर पीड़ा तक हो सकती है. कई लोगों में हार्ट अटैक के लक्षण नहीं दिखते हैं जिसे साइलेंट मायोकार्डियल इन्फेक्शन यानि एमआई कहते हैं. ये ज्यादातर डायबिटीज के मरीजों में होता है.
कार्डियक अरेस्ट- ये हार्ट की ऐसी स्थिति है जिसमें दिल एकदम से कार्य करना बंद कर देता है. आदमी बेहोश हो जाता है. तत्काल इलाज न मिलने पर कुछ मिनटों में जान भी जा सकती है. इसका कारण दिल की धमनियों में पूरी तरह ब्लॉकेज आकर हार्टअटैक आना है. प्रारंभिक इलाज के लिए आदमी के सीने में कंप्रेशन व मुंह के माध्यम से सांस दी जाती है.

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