आमतौर पर 55-60 की आयु आते-आते घुटनों व जोड़ों का दर्द की समस्या आने लगती है. डॉक्टर्स दवाओं से यथासंभव उपचार करते हैं, लेकिन फिर भी कई बार राहत नहीं मिलती.
इन तकलीफों में आहार व व्यवहार बड़ी किरदार निभाता है. फिर आपके घर या रसोई में ही कुदरती दवाओं का खजाना है, जिनके औषधीय गुण आप नहीं जानते. इनके इस्तेमाल से घुटने व जोड़ों के दर्द में बहुत ज्यादा राहत मिलती है.
लालमिर्च (Red chilly): लालमिर्च में कैप्साइसिन उपस्थित होता है जो दर्द निवारक की तरह कार्य करता है. इसके दर्द से राहत देने वाले गुण गर्माहट पैदा करते हैं व घुटनों के दर्द को दूर करते हैं. आधे कप गर्म जैतून के ऑयल में दो चम्मच लालमिर्च मिलाएं व इस पेस्ट को प्रभावित क्षेत्रों पर लगाएं. यह प्रक्रिया एक हफ्ते तक रोज दिन में दो बार जरूर करें. लाल मिर्च में खूब विटामिन सी होता है जो कोलेजन के उत्पादन में सहायक होता है. कोलेजन हड्डी व मांसपेशियों को एक साथ रखता है.
हल्दी (turmeric): हल्दी में उपस्थित करक्यूमिन सूजनरोधी व एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होती है. अध्ययन में पाया गया कि हल्दी का नियमित सेवन वास्तव में ऑस्टियोपोरोसिस व रुमेटोइड आर्थराइटिस के विकास को रोकने में मदद कर सकता है. एक चम्मच हल्दी पाउडर व थोड़ा-सा शहद एक गिलास गर्म दूध से मिलाएं। ध्यान दें खून पतला करने की दवाईयां लेने वालों के लिए यह तरीका उपयुक्त नहीं है.
अदरक (Ginger) : जोड़ों में दर्द व मांसपेशियों के लिए यह असरदार प्राकृतिक तरीका है. इसमें सूजनरोधी गुण होते हैं जो कि दर्द को कम करने के लिए बेहत प्रभावी हैं. एक कप पानी में अदरक के टुकड़ों को दस मिनट के लिए उबलने के लिए रख दें. इस मिलावट को छानकर इसमें शहद व नीबू मिलाकर पिएं.
लहसुन (Garlic) : गठिया व जोड़ों के दर्द से जूझ रहे लोगों के लिए लहसुन का सेवन लाभकारी होने कि सम्भावना है. इसमें सल्फर व सेलिनियम होता है जो दर्द व सूजन से राहत पहुंचाता है. अपने आहार में कच्चा या पका हुआ लहसुन शामिल कर सकते हैं. प्रतिदिन लहसुन की दो से तीन फाकें फायदेमंद हैं.
मेथी दाना (Fenugreek) : गठिया के कारण जिन्हें घुटनों में दर्द है, वे एक चम्मच मेथी के बीज को रातभर भिगोकर रख दें व प्रातः काल उन्हें खा लें. इसमें एंटीऑक्सिडेंट व सूजनरोधी गुण होते हैं.
सेब का सिरका (Apple vinegar) : सेब के सिरके का सेवन जोड़ों व उत्तकों में उपस्थित विषाक्त पदार्थों को निकालता है. क्षारिय असर के कारण घुटनों व जोड़ों के दर्द से राहत देता है. जोड़ों में चिकनाई भी लाता है व गतिशीलता को बढ़ाता है. दो कप पानी में दो चम्मच सेब का सिरका डालें व अच्छे से मिलाकर पी लें.
डेयरी उत्पाद (Dairy Products) : मछली जोड़ों के स्वास्थ्य के लिए एक बढिय़ा विकल्प है. इसमें हड्डियों को मजबूत करने के लिए विटामिन डी व कैल्शियम होता है, साथ ही अच्छी मात्रा में ओमेगा-3 फैटी एसिड होता है. अगर मछली पसंद नहीं है तो कैल्शियम व विटामिन डी के लिए कम वसा वाले डेयरी उत्पाद खाएं.