शास्त्रों को माना जाए तो शनिदेव की मूर्ति घर में रखने की मनाही होती है। शनिदेव की पूजा घर के बाहर मंदिर में ही करना चाहिए क्योंकि शनिदेव को श्राप मिला हुआ।
शनिदेव के दर्शन करते समय ऐसा नहीं करना चाहिए। उनके दर्शन करते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि कभी भी उनकी आंखों में नहीं देखना चाहिए।
उस श्राप के अनुसार शनि देव जिस पर भी अपनी दृष्टि डालेंगे उसका अनिष्ट हो सकता है और उसके घर में कुछ भी मंगल नहीं होता है। इसी के कारण कहा जाता है कि शनिदेव की पूजा घर में नहीं होती है।
शनि की दृष्टि से बचने के लिये किसी को भी अपने घर में उनकी मूर्ति नहीं लानी चाहिए। हम जब भी कभी देवी-देवताओं के दर्शन करते हैं तो उनके चेहरे की तरफ उनकी आंखों में देखकर करते हैं,