बिहार के गया से 20 किलोमीटर दूर एक ऐसा स्कूल है जो सिर्फ एक ही स्टूडेंट के लिए खुलता है। इस खबर को सुनकर हर कोई इसी सोच में पड़ जाता है कि आखिर ये स्कूल सिर्फ एक ही बच्चे के लिए क्यों खुलता है, इतना ही नहीं उस बच्ची को पढ़ाने के लिए 2 शिक्षक भी आते हैं। वहीं उसके लिए मिड डे मील का आयोजन भी किया जाता है।
सिर्फ जाह्नवी ही आती है पढ़ने
गया के इस स्कूल में सिर्फ जाह्नवी ही पढ़ने आती है। मनसा बिगहा के इस सरकारी स्कूल में बाकी स्कूलों जैसी पढ़ाई करवाई जाती है। एक स्टूडेंट को पढ़ाने के लिए रोज 2 शिक्षक भी पहुंचते हैं।
अब बहुत से लोग ये सोच रहे होगें कि शायद इस इलाके के बाकी बच्चे पढ़ाई नहीं करते हैं लेकिन ऐसा नहीं है वो भी पढ़ते हैं लेकिन वो अपने आस पास के स्कूलों में चले जाते हैं जिसके कारण यहां कोई और बच्चा नहीं आता है लेकिन एक ही स्टूडेंट होने के कारण ये स्कूल बंद नहीं किया गया। इसे अधिकारियों के द्वारा चलाया जा रहा है ।
टीचर ही नहीं, यहां प्रिंसिपल भी है
अब ऐसा नहीं हैं कि यहां सिर्फ 2 शिक्षक ही हैं बल्कि ये स्कूल बाकी स्कूलों की तरह ही चलाया जाता है और यहां 2 शिक्षकों के साथ साथ एक प्रिंसिपल भी है। खबरों की माने तो स्कूल वालों ने कईं बार अन्य बच्चों को भी इस स्कूल में आने को कहा लेकिन कोई भी यहां आने में दिलचस्पी नहीं दिखाता है ।
बच्ची के लिए मिड डे मील भी बनता है
वहीं यहां सिर्फ एक ही बच्चा के लिए मिड डे मील का खाना भी तैयार किया जाता है।