इलायची दैनिक जीवन में इस्तेमाल होनेवाला किचन का अहम तत्व है. अन्य मसालों की तरह इसका सेवन बहुत बहुत मुफीद होता है. विशेषज्ञ आम सेवन से हटकर स्वास्थ्य के लिए भी इसकी अहमियत के बारे में बताते हैं. इलायची का इस्तेमाल खानों में, चाय में और अलग-अलग तरह के पेय में होता है. खुशबू के साथ इलायची के फायदे स्वास्थ्य के लिए प्राकृतिक रूप से बहुत ज्यादा हैं. बहुत सारी बीमारियों के खिलाफ भी इसका सेवन किया जा सकता है. जान लीजिए इसके इस्तेमाल से कौन-कौन से फायदे हासिल होते हैं.
हाई ब्लड प्रेशर: ये बीमारी एक ऐसी समस्या है जिसका वक्त रहते इलाज नहीं किया जाए तो दिल की बीमारी का खतरा बढ़ जाता है. विशेषज्ञों के मुताबिक इलायची में मौजूद एंटी ऑक्सीडेंट की विशेषताएं हाई ब्लड प्रेशर की सतह को कम करने में मददगार साबित होती है. इसलिए इलायची का सेवन हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों के लिए बहुत मुफीद समझा जाता है.
एंटी बैक्टीरियल की विशेषताएं: इलायची को एंटी बैक्टीरियल के तौर पर भी इस्तेमाल किया जाता है. इसमें एंटी बैक्टीरियल गुण होने की वजह से शरीर में मौजूद रोगाणुओं को दूर करने में मदद मिलती है. इसके अलावा इसका इस्तेमाल बहुत सारे संक्रमण के खिलाफ लड़ाई में मदद भी पहुंचाता है. विशेषज्ञ कहते हैं कि अगर आपको त्वचा का संक्रमण है तो उसके लिए अपनी त्वचा पर इलायची का तेल भी लगा सकते हैं. उसके इस्तेमाल से आप त्वचा के संक्रमण से मुक्त हो जाएंगे.
पाचन क्रिया को दूरुस्त करता है: ये हमारे शरीर के पाचन तंत्र को बेहतर बनाने में मदद करता है. इलायची के सुंगध से उबकाई, पेट में दर्द और उल्टी जैसी समस्याओं से छुटकारा हासिल होता है. इसके अलावा कुछ अध्ययन में इस बात का खुलासा हुआ है कि इलायची में अल्सर रोग को ठीक करने की क्षमता पाया जाता है. सबसे बड़ी बात इलायची में पोटेशियम, कैल्शियम, मैग्नेशियम जैसे शरीर के लिए अहम खनिज पदार्थ पाए जाते हैं.
इलायची का इस्तेमाल कैसे? घरेलू खान-पान में इलायची का सेवन कई तरह से किया जाता है. स्वाद के लिए चाय और दूध, मीठाई और अन्य पकवानों में भी इसका उपयोग किया जाता है. इलायची को मुंह की बदबू खत्म करने के लिए 'माउथ फ्रेशर' के तौर पर भी प्रयोग में लाया जाता है. आप इसका पाउडर बनाकर भी किचन में रख सकते हैं.
जानिए- खुशी देने वाले हार्मोन, कैसे जिंदगी की उदासी को दूर करने में पहुंचाते हैं मदद?
डिप्रेशन भी है एक सामान्य बीमारी, जानिए उदासी को डिप्रेशन में ढलने से कैसे रोकें?