अकेलेपन से बचें कई अध्ययनों में साबित हो चुका है कि अपनी भावनाओं के बारे में बात करने से मूड में भी बदलाव होता है. शोधकर्ताओं ने पाया कि उन नई मांओं में डिप्रेशन का स्तर कम था, जिन्होंने उन अनुभवी मांओं से नियमित रूप से बातें कीं जो कि पहले पोस्टपार्टम डिप्रेशन की शिकार रह चुकी हैं. इसलिए बात करते रहें.अधिक जानकारी के लिए हमारा आर्टिकल, डिलीवरी के बाद सूजन । न्यूज18 पर स्वास्थ्य संबंधी लेख myUpchar.com द्वारा लिखे जाते हैं। सत्यापित स्वास्थ्य संबंधी खबरों के लिए myUpchar देश का सबसे पहला और बड़ा स्त्रोत है। myUpchar में शोधकर्ता और पत्रकार, डॉक्टरों के साथ मिलकर आपके लिए स्वास्थ्य से जुड़ी सभी जानकारियां लेकर आते हैं।