उदयपुर (Udaipur). युवक के पेट में जन्म से अंडकोष होने के कारण हो रही दिक्कत का समाधान बेडवास स्थित जीबीएच जनरल हॉस्पीटल के यूरोलॉजी विभाग में किया गया. इसमें युवक के पेट में कैंसर का रूप ले रहे अंडकोष को निकाला गया.
ग्रुप डायरेक्टर डॉ. आनंद झा ने बताया कि पिछले दिनों 20 वर्षीय युवक को परिजन बेडवास स्थित जीबीएच जनरल हॉस्पीटल के यूरोलॉजी विभाग में डॉ. मनीष भट्ट के पास लेकर आए थे. युवक को पेट में दर्द की शिकायत थी. जांच कराने पर पता चला कि युवक के जन्म से अंडकोष नहीं था. यह अंडकोष पेट में करीब 20 सेंटीमीटर की बढ़वार लेकर कैंसर की गांठ के रूप में विकसित हो गया था. इस गांठ के कारण युवक को पेट दर्द की शिकायत थी और कैंसर का रूप लेकर अन्य अंग भी प्रभावित कर सकती थी. इसके अलावा युवक को अंडकोष सही जगह पर नहीं होने से वीर्य भी नहीं बन रहा था. इस पर युवक का ऑपरेशन कर पेट में बढ़वार ले रहे अंडकोष को निकाला गया.
डॉ. मनीष भट्ट के अनुसार अब युवक को हार्मोन विकसित करने के लिए इंजेक्शन दिए जाएंगे. उन्होंने बताया कि कई बार नवजात के अंडकोष नहीं होने पर भी परिजन उस और ध्यान नहीं देते. ये अंडकोष अन्य जगह पर विकसित होने से कैंसर का भी रूप ले सकते हैं. इसे नजरअंदाज करने की बजाय जांच कराकर इलाज कराना जरूरी होता है. इस ऑपरेशन के बाद युवक को डिस्चार्ज कर दिया गया. अब उसे कैंसर की गांठ व पेट दर्द से निजात मिली है.