मुंबई, 30 जून (आईएएनएस)। मार्च 2020 में समाप्त हुई तिमाही में भारत का विदेशी कर्ज मुद्रा मूल्यांकन प्रभाव और वाणिज्यिक उधारी तथा अनिवासी भारतीयों (एनआरआई) के डिपॉजिट्स के कारण बढ़ कर 558.5 अरब डॉलर रहा।समीक्षाधीन अवधि के दौरान विदेशी कर्ज वर्ष दर वर्ष आधार पर 2.8 प्रतिशत या 15.4 अरब डॉलर बढ़ा है।
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने कहा, मार्च 2020 के अंत में भारत का विदेशी कर्ज 558.5 अरब डॉलर हो गया, जो मार्च 2019 के अंत की तुलना में 15.4 अरब डॉलर अधिक है।
आरबीआई ने कहा है, भारतीय रुपये और अन्य प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर में मजबूती के कारण मूल्यांकन लाभ 16.6 अरब डॉलर था। मूल्यांकन असर को छोड़ दिया जाए, विदेशी कर्ज में वृद्धि मार्च 2020 के अंत में मार्च 2019 के मुकाबले 15.4 अरब डॉलर के बदले 32 अरब डॉलर रहा होता।
-आईएएनएस