जिले में प्रारंभिक विद्यालयों में प्रधानाध्यापक पद पर प्रोन्नत होने के बाद भी प्रखंड साधन सेवी और संकुल संसाधन समन्वयक बने रहे शिक्षकों को झटका लगा है। शिक्षक संघर्ष मोर्चा के आंदोलन क दौरान हुई वार्ता के बाद विभाग ने यह कार्रवाई की है। डीपीओ समग्र शिक्षा अभियान उपेंद्र कुमार सिंह ने जिले के सभी बीडीओ को पत्र लिखकर प्रधानाध्यापक पद धारित प्रखंड साधन सेवी और संकुल संसाधन केंद्र समन्वयकों को मूल विद्यालय के लिए विरमित करने का अनुरोध किया। डीपीओ का पत्र मिलते ही सूर्यगढ़ा बीडीओ ने सबसे पहले कार्रवाई करते हुए सूर्यगढ़ा प्रखंड अंतर्गत उत्क्रमित मध्य विद्यालय किशनपुर के प्रधानाध्यापक सह प्रखंड साधनसेवी मुनिद्र झा, उत्क्रमित मध्य विद्यालय जकड़पुरा की प्रधानाध्यापक सह प्रखंड साधन सेवी विमला कुमारी, मध्य विद्यालय रसूलपुर के प्रधानाध्यापक सह मध्य विद्यालय महेशपुर कजरा के सीआरसीसी निर्भय कुमार सिंह, मध्य विद्यालय राजपुर के प्रधानाध्यापक सह मध्य विद्यालय मसुदन कजरा के सीआरसीसी नलिन कुमार, उत्क्रमित मध्य विद्यालय रतनुपुर के प्रधानाध्यापक सह मध्य विद्यालय अलीनगर के सीआरसीसी अरुण कुमार सिंह, उत्क्रमित मध्य विद्यालय शिवाना के प्रधानाध्यापक सह मध्य विद्यालय माणिकपुर के सीआरसीसी पंकज कुमार को 23 जून के प्रभाव से प्रखंड साधनसेवी और सीआरसीसी से मुक्त करते हुए मूल पदस्थापित विद्यालय में योगदान करने का आदेश दिया है। बीडीओ ने सात दिनों के अंदर प्रभार आदान प्रदान कर अनुपालन रिपोर्ट मांगी है। जिले के अन्य प्रखंडों में अबतक बीडीओ ने विरमित आदेश जारी नहीं किया है। खास बात यह है कि इससे पहले डीपीओ ने जब सभी बीईओ से रिपोर्ट मांगा था तो उन्होंने प्रखंड में प्रोन्नत हुए प्रधानाध्यापक के प्रखंड साधन सेवी और सीआरसीसी के प्रभार में नही रहने की बात कही थी। शिक्षक संघर्ष मोर्चा के राकेश कुंदन, बबलू कुमार एवं अमित कुमार ने जब बीईओ की झूठी रिपोर्ट की पोल डीईओ के सामने खोली तो उक्त कार्रवाई संभव हुई।
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Posted By: Jagran
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