कैमूर : मद्य निषेध एवं उत्पाद विभाग के अवर निरीक्षक से लेकर अधीक्षक और सहाय आयुक्त तक सरकारी पिस्टल से लोहा लेंगे। इसके लिए उन्हें निशानेबाजी का प्रशिक्षण लेना होगा। कैमूर जिले के नौ पदाधिकारियों को निशानेबाजी के लिए चयन किया गया है।
बिहार में 26 नवंबर 2019 को मद्य निषेध दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री ने अवर निरीक्षक, निरीक्षक के अलावा अधीक्षक और सहायक आयुक्त स्तर के पदाधिकारियों को सुरक्षा और अवैध शराब कारोबारियों से लोहा लेने के लिए शस्त्र देने की घोषणा की थी। पांच पदाधिकारियों को प्रथम चरण में शस्त्र आवंटित किया गया था।
अवैध संबंध में पत्नी ने प्रेमी से पति की कराई थी हत्या, दोनों गिरफ्तार यह भी पढ़ें
कैमूर जिले में जिले के उत्पाद विभाग में कार्यरत पदाधिकारी अब निशानेबाजी का प्रशिक्षण लेकर छापेमारी अभियान चलाएंगे। दरअसल छापेमारी के लिए पुलिस का सहयोग लेना पड़ता है क्योंकि मद्य निषेध एवं उत्पाद विभाग के पदाधिकारी के पास डंडा के सिवा कुछ नहीं होता। अब हथियार चलाने में दक्ष हो जाएंगे। इससे अब कहीं कोई कार्रवाई करने के लिए उन्हें पुलिस का सहयोग नहीं लेना पड़ेगा। कैमूर जिले के उत्पाद विभाग में पदस्थापित नौ पदाधिकारियों को हथियार चलाने के लिए ट्रेनिग देने की पहल की गई है। इसमें कैमूर जिले के उत्पाद विभाग में कार्यरत पांच सब इंस्पेक्टर, तीन इंस्पेक्टर व एक अधीक्षक शामिल हैं। इस संबंध में उत्पाद अधीक्षक प्रदीप कुमार ने बताया कि सब इंस्पेक्टर से ऊपर रैंक के पदाधिकारियों को एक हथियार देने का निर्णय लिया गया है। साथ ही हथियार चलाने व निशानेबाजी की ट्रेनिग दी जाएगी। इसके लिए डीएम व एसपी के स्तर से निर्णय लिया जाएगा कि ट्रेनिग कहां दिलाई जाएगी। यदि कैमूर जिले में ट्रेनिग की व्यवस्था हो जाएगी तो जिले में ही ट्रेनिग दी जाएगी। यदि नहीं व्यवस्था हुई तो पड़ोसी जिला रोहतास के डेहरी में ट्रेनिग के लिए भेजा जाएगा।
Posted By: Jagran
डाउनलोड करें जागरण एप और न्यूज़ जगत की सभी खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस