बारिश में भीगने के बाद हाथ धोना कितना महत्वपूर्ण है, सैनेटाइजर का प्रभाव कितनी देर तक रहता है व फैक्ट्री में एक ही मशीन से कई लोग कार्य करते हैं तो क्या सावधानी बरती जाएऐसे कई सवालों के जवाब पब्लिक हेल्थ फाउंडेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष डाक्टर के श्रीनाथ रेड्डी ने आकाशवाणी को दिए. डाक्टर के श्रीनाथ रेड्डी से जानिए कोरोना से जुड़े सवालों केजवाब
#1) बारिश में भीग गए हैं तो क्या हाथ धोना महत्वपूर्ण है? भीगने का मतलब यह नहीं है कि आप पर पानी पड़ते ही वायरस मर गया. वायरस तभी हाथों से जाएगा, जब आप बहने पानी में हाथ धोएंगे. दूसरी बात वायरस के ऊपर चर्बी की पर्त होती है, जो साबुन लगाने पर धुल जाती है. वायरस भी उसी के साथ धुलकर हाथों से निकल जाता है. इसलिए हर स्थिति हर स्थिति में साबुन से हाथ धोना महत्वपूर्ण है.
#2) सीरो सर्वे के अनुसार, देश में 0.73 लोग संक्रमित हुए व अपने आप अच्छा हो गए, क्या यह हर्ड इम्युनिटी है? जी नहीं, यह हर्ड इम्युनिटी नहीं है. आईसीएमआर के इस सर्वे में देश के कई कंटेनमेंट जोन के आंकड़े अभी नहीं आए हैं. जिन जिलों की रिपोर्ट आ चुके की है उनमें 0.73 प्रतिशत लोगों को संक्रमण हुआ व वे अपने आप अच्छा हो गए. मतलब 1 प्रतिशत से कम लोगों को यह वायरस छू चुका है. अगर यह मानकर चलें कि बड़े शहरों में संक्रमितों की संख्या ज्यादा रही होगी तो भी हिंदुस्तान में करीब 2 प्रतिशत लोगों को ही इस वायरस ने छुआ होगा. जबकि हर्ड इम्युनिटी तब विकसितहोती है, जब कम से कम 70 प्रतिशत लोग संक्रमित हुए हों.
#3) सैनेटाइजर का प्रभाव कितनी देर तक रहता है? सैनेटाइजर में अल्कोहल होता है जो कुछ ही देर के लिए आपके हाथों पर रहता है. अल्कोहल हाथों पर वायरस को मारने के लिए है, दिनभर हाथों को सुरक्षित रखने के लिए नहीं है. इसलिए साबुन-पानी से हाथ धोते रहें.
#4)स्वाद व सूंघने की क्षमता को लेकर आंख, नाक व कान के मरीजों में भय बैठ गया है, वो क्या करें? खाने का स्वाद न मिलना व सूंघने की क्षमता का कम हो जाना कोरोना का लक्षण है. ऐसे में ईएनटी के मरीज जिनमें ये बीमारी पहले से है, उनमें भय होना स्वाभाविक है. हमें यह समझाना होगा कि बुखार, सूखी खांसी व सांस फूलना भी इसके अहम लक्षण हैं. जबकि सूंघने की क्षमता घटना, स्वाद न आना, मांसपेशियों में दर्द, कंपकंपी लगना माइनर लक्षण है. अगर ऐसे लक्षण दिखते हैं तो चिकित्सक को तुरंत बताएं.
#1) फैक्ट्री में एक मशीन को कई लोग ऑपरेट करते हैं, ऐसे में क्या सावधानीरखें? आमतौर पर अगर किसी इंसान को खांसी-जुकाम नहीं है तो वायरस का इंसान से निकलकर मशीन तक पहुंचने का खतरा बहुत कम होगा. इंसान बीमार है तो उसेकाम न करने दें. अगर वह स्वस्थ है तो खतरा बहुत कम है. अपनी सुरक्षा के लिए हैंड सैनेटाइजर व मास्क का इस्तेमाल करें.