लखीसराय । लॉकडाउन में गरीबों के लिए सरकार ने राशन कार्ड बनाने की घोषणा की थी। पिछले दो महीने से चल रही राशन कार्ड बनाने की प्रक्रिया को उस समय धक्का लगा जब सरकारी स्तर से ऑनलाइन इंट्री वाली वेबसाइट को बंद कर दिया गया। राशन कार्ड बनाने के लिए पिछले दो महीने में शहरी क्षेत्र के सभी 33 वार्डो से कुल 8 हजार 382 गरीबों से आवेदन पत्र प्राप्त हुए। नप द्वारा जांच प्रक्रिया के बाद कुल 5363 आवेदन को वास्तविक लाभार्थी के रूप में चिह्नित किया गया। इसमें से राशन कार्ड के लिए प्रपत्र (क) की प्रक्रिया पूरी कर 963 आवेदन को वेबसाइट पर जेनरेट किया गया। इसके बाद उक्त वेबसाइट पर कोई भी इंट्री नहीं हो रही है। तीन दिन पहले ही सरकार द्वारा वेबसाइट को बंद कर दी गई है। बुधवार को नप कार्यालय में सभी जेनरेट आवेदन पत्रों को जिला कार्यालय भेजे जाने के लिए छंटनी की गई। इससे जाहिर होता है कि राज्य सरकार भी मात्र 963 लोगों को ही राशन कार्ड का वास्तविक हकदार मान रही है। लॉक डाउन के बाद राशन कार्ड बनाने की सरकार की घोषणा के बाद बड़ी संख्या में लोग नगर परिषद कार्यालय की दौड़ लगाते रहे। नगर परिषद ने वास्तविक लाभार्थियों की जांच के लिए स्वयं सहायता समूहों को लगाया। नप कर्मी भी इस काम को जल्द निपटने के दिन-रात कार्य करते रहे।अब जब सभी कागजी प्रक्रिया पूरी कर ली गई तो वेबसाइट को ही बंद कर दिया गया। हालांकि कुछ ऐसे भी राशन कार्ड के आवेदक हैं जो मानक को पूरा नहीं करते हैं।ऐसे में वास्तविक लाभुक राशन कार्ड से वंचित हो सकते हैं। वेबसाइट बंद होने से वार्ड पार्षदों में सरकार के प्रति घोर नाराजगी जाहिर की है। उनका कहना है कि सरकारी एजेंसी द्वारा जांच प्रक्रिया पूरी की गई। इसके बावजूद भी वेबसाइट को बंद कर दिया गया।
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Posted By: Jagran
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