आयुर्वेद के अनुसार सफेद दाग होने की कई वजह होती हैं. इनमें खिलाफ आहार भी एक कारण है. इसमें दो उल्टा प्रकृति (तासीर) वाली चीजों को एकसाथ लेने से कठिनाई होती है.
जैसे मीठे के साथ नमकीन या तीखा, दूध या दूसरे डेयरी प्रोडक्ट्स के साथ खट्टी चीजें, दूध के साथ मूली, ठंडे के साथ गर्म आदि हैं. इससे शरीर में वात, पित्त व कफ तीनों बढ़ते हैं. बीमारियों के पीछे ये तीन ही मुख्य कारण होते हैं. साथ ही पेट में कब्ज की समस्या नहीं होनी चाहिए. कब्ज रहने से उपचार के बावजूद सफेद दाग में आराम नहीं मिलता है. ये हैं खिलाफ आहार र्म फास्ट और जंक फूड के साथ ठंडा मीठा पेय, चाय-कॉफी, चाय-कॉफी के साथ खटाई वाली चीजें, दूध के साथ मांस-मछली, खट्टी चीजें जैसे नींबू, टमाटर, कच्चा आम, कढ़ी, रायता, अण्डे, उड़द, राजमा, कटहल आदि खाने से बचना चाहिए. सफेद दाग में सकारात्मक मानसिकता रखने से भी फायदा मिलता है. डाक्टर मुकेश कुमार कटारा, वरिष्ठ आयुर्वेद विशेषज्ञ, उदयपुर