यहा जाने थायरॉइड की समस्या से जुड़ी महत्वपूर्ण बाते

थायरॉइड की समस्या के प्रति लोगों जागरूक करने के लिए हर वर्ष 25 मई को दुनिया थायरॉइड दिवस का आयोजन किया जाता है. Indian Thyroid Society की रिपोर्ट के अनुसार देश में हर 10वां व्यक्ति थायरॉइड का शिकार है.

खासतौर से स्त्रियों में यह समस्या ज्यादा होती है. थाइरॉइड की वजह से अस्थमा, कोलेस्ट्रॉल की समस्या, डिप्रेशन, डायबिटीज, इंसोमनिया व दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ा है.
क्या होती है थायराइड की समस्या यह बीमारी थायराइड ग्रंथि के बढ़ने की वजह से होती है. यह ग्रंथि तितली के आकार की होती है, जो कि शरीर की कई महत्वपूर्ण गतिविधियों को नियंत्रित करती है. थायराइड ग्रंथि टी3 व टी4 थायरॉक्सिन हार्मोंन का निर्माण करती है जो कि सांस, ह्रदय गति, पाचन तंत्र व शरीर के तापमान पर सीधा प्रभाव करती है. साथ ही ये हड्डियों, मांसपेशियों और कोलेस्ट्रॉल को भी नियंत्रित करते हैं. जब शरीर में ये हार्मोंस असंतुलित हो जाते हैं, तो वजन कम या ज्यादा होने लगता है, इसे ही थायराइड की समस्या कहते हैं.
थायराइड की समस्या इन से रखें परहेज विशेषज्ञों की माने तो कुछ खास चीजों को खाने से थाइरॉइड बढ़ जाता है. ऐसे में यह जान लेना महत्वपूर्ण है कि थाइरॉइड के दौरान किन चीजें को खाने से परहेज करना चाहिए. आइए जानते हैं उनके बारे में:
कैफीन: कैफीन वैसे तो सीधे थायरॉइड नहीं बढ़ाता, लेकिन यह उन परेशानियों को बढ़ा देता है, जो थायरॉइड की वजह से पैदा होती हैं, जैसे बेचैनी व नींद में खलल।
आयोडीन वाला खाना: थायरॉइड ग्लैंड्स हमारे शरीर से आयोडीन लेकर थायरॉइड हार्मोन पैदा करते हैं, इसलिए हाइपोथायरॉइड है तो आयोडीन की अधिकता वाली खाने-पीने की चीजों से जीवनभर दूरी बनाए रखें. सी फूड व आयोडीन वाले नमक को पूरी तरह नजरअंदाज करें.
वनस्पति घी: वनस्पति घी को हाइड्रोजन में से गुजार कर बनाया जाता है. यह अच्छे कोलेस्ट्रॉल को समाप्त करते हैं व बुरे को बढ़ावा देते हैं. बढ़े थायरॉइड से जो परेशानियां पैदा होती हैं, ये उन्हें व बढ़ा देते हैं. ध्यान रहे इस घी का प्रयोग खाने-पीने की दुकानों में जमकर होता है. इसलिए बाहर का फ्राइड खाना न ही खाएं.
रेड मीट: रेड मीट में कोलेस्ट्रॉल व सेचुरेडेट फैट बहुत होता है. इससे वेट तेजी से बढ़ता है. थायरॉइड वालों का वेट तो वैसे ही बहुत तेजी से बढ़ता है. इसलिए इसे न खाएं. इसके अतिरिक्त रेड मीट खाने से थायरॉइड वालों को बदन में जलन की शिकायत होने लगती है.
एल्कोहल: एल्कोहल यानी शराब, बीयर वगैरा शरीर में एनर्जी के लेवल को प्रभावित करता है. इससे थायरॉइड की समस्या वाले लोगों की नींद में परेशानी की शिकायत व बढ़ जाती है. इसके अतिरिक्त इससे ओस्टियोपोरोसिस का खतरा भी बढ़ जाता है.

अन्य समाचार