लखीसराय । कोविड-19 महामारी से रोकथाम एवं बचाव के लिए लखीसराय जिले में गुरुजी की ड्यूटी क्वारंटाइन सेंटर पर लगाई गई है। पर, कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर उनके लिए कोई इंतजाम नहीं है। बगैर किसी सुरक्षा किट के कोरोना से जंग लड़ रहे गुरुजी सेंटर पर रेड जोन जिले से आए प्रवासियों को देखकर खुद भी कोरोना के खौफ से डरे हुए हैं। जिला प्रशासन या शिक्षा विभाग ने शिक्षकों को मास्क एवं सैनिटाइजर उपलब्ध नहीं कराया है। जानकारी हो कि जिलाधिकारी के आदेश पर जिले के सभी प्रखंडों में 50 से अधिक सरकारी विद्यालयों को क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया है। विद्यालय के प्रधानाध्यापक को केंद्र प्रभारी एवं अन्य शिक्षकों को दूसरे राज्यों से सेंटर पर रहने वाले प्रवासियों की 24 घंटे रखवाली करने की जिम्मेदारी दी गई है। क्वारंटाइन सेंटर पर रह रहे प्रवासियों पर निगरानी रखने से लेकर बाहर से आने वालों की हर दिन रिपोर्ट तैयार करने का डीईओ के आदेश पर सभी शिक्षक डटे हुए हैं। ग्रामीण अंचलों में तो शिक्षक भी प्रवासियों की तरह विद्यालय में ही अपना आशियाना बना लिया है। सेंटर पर प्रतिनियुक्त शिक्षकों के पास सुरक्षा के नाम पर कुछ नहीं दिया गया है। ऐसे में शिक्षक अपनी ओर से सिर्फ मास्क का ही उपयोग कर रहे हैं। जानकारी हो कि कैंप में ठहरने वाले प्रवासियों के भोजन, आवासन, पानी, साफ सफाई, शौचालय सहित अन्य आवश्यक सामान की व्यवस्था संबंधित प्रखंड के बीडीओ एवं सीओ द्वारा कराई जा रही है। लेकिन शिक्षकों की सुध लेने वाला कोई नहीं है। नाम नहीं छापने की शर्त पर कई प्रधानाध्यापक एवं शिक्षकों ने बताया कि हमलोग क्वारंटाइन सेंटर ड्यूटी कर रहे हैं। प्रवासियों के भोजन, आवासन एवं अन्य सुविधा के नाम लार लाखों रुपये खर्च किए जा रहे हैं लेकिन शिक्षकों को सुरक्षा के लिए मास्क, सैनिटाइजर तक नहीं मिला है। जिला माध्यमिक शिक्षक संघ के सचिव संजीव कुमार, नियोजित शिक्षकों के नेता राकेश कुंदन, सत्यप्रकाश पासवान, बबलू कुमार ने जिलाधिकारी से कोरोना ड्यूटी में लगे सभी शिक्षकों को आपदा मद से सुरक्षा किट उपलब्ध कराने की मांग की है।
Posted By: Jagran
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