कटिहार। आरोग्य सेतु एप के माध्यम से ई-फार्मेसी को बढ़ावा देने वाली नीति आयोग के विज्ञापन पर दवा कारोबारियों ने रोष जताया है। जिला डिस्ट्रिक्ट केमिस्ट्स एसोसिएशन के जिला सचिव वीरेन्द्र कुमार उपाध्याय ने इसपर विरोध जताया है। उन्होंने कहा कि आरोग्य सेतु एप आम जनता के लिए बनाया गया था। इसमें अगर कोई व्यक्ति संक्रमित होता है या उसमें कोरोना वायरस के लक्षण दिखते है तो यह एप उसे संकेत और चेतावनी देगा। ताकि लोग समय रहते संभल सके। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा इस एप को जन मानस के लिए लांच किया गया। इसको लेकर दवा व्यवसायी जन-जन तक पहुंचकर इसको लेकर लोगों को जागरुक भी किया। परंतु बाद में एक मार्केटिंग टूल को इस आरोग्य सेतु एप में जोड़ दिया गया, जो पूरी तरह से अनुचित है। बिहार केमिस्ट्स एण्ड ड्रगिस्ट्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष प्रसन कुमार सिंह ने सरकार को ज्ञापन सौपते हुए इसे दवा व्यापारियों के साथ छलावा बताया है। संगठन लंबे समय से ई-फार्मेसी के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा है। विभिन्न उच्च न्यायालय ने केन्द्र सरकार के इस नीति के खिलाफ आदेश भी पारित किया है। बावजूद इसके ई-फार्मेसी बिना कानून के और बिना अनुज्ञप्ति के काम कर रही है। इंटरनेट फार्मेसी एक मायाजाल है। उन्होंने कहा कि ई- फार्मेसी ग्राहकों को घर तक दवा पहुंचा रही है, लेकिन सरकार को यह ध्यान रखना चाहिए कि प्रकृतिक आपदा जैसे बाढ़ या वर्तमान में कोरोना संक्रमण जैसे वैश्विक महामारी मे जब पूरी व्यवस्था ठप है तब दवा दुकानदार जनता की सेवा में जुटे हुए हैं। इस मौके पर शहवाज हसन, संगठन सचिव प्रशांत कुमार, कोषाध्यक्ष लक्ष्मी कान्त अग्रवाल, संगठन सचिव पंकज कुमार साहा, संजय कुमार झा उर्फ मनी झा, किशोर कुमार भगत, मधुकर कुमार, बरुण कुमार, पंकज कुमार, दिनेश कुमार दास, अंकित कुमार आहूजा, अमित कुमार अग्रवाल उर्फ सोनू अग्रवाल, अनिल अग्रवाल, आनंद कुमार चौधरी, दिलीप कुमार, आदि मौजूद थे।
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Posted By: Jagran
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