कोरोना संग जीना है: संक्रमित बर्तनों और कपड़ों आदि का क्या करें, किन बातों का रखें ध्यान?

कोरोना वायरस का संक्रमण देश और दुनिया में बढ़ता ही जा रहा है। कोरोना से संक्रमित मरीजों का अस्पतालों में इलाज हो रहा है और बहुत सारे मरीज ठीक भी हो रहे हैं। कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच स्वास्थ्य मंत्रालय ने हल्के लक्षण वाले मरीजों को घर पर ही रहने की अनुमति दी है, लेकिन इसके लिए होम क्वारंटीन या सेल्फ आइसोलेशन संबंधित दिशानिर्देश जारी किए हैं। घर में ऐसे मरीजों की बहुत खास देखभाल जरूरी है। मरीजों के कमरे ही नहीं, बल्कि उनके बर्तन और कपड़े वगैरह भी अलग रखने को कहा गया है। कोरोना संकट के इस दौर में लोगों के मन में कई तरह के सवाल हैं, जिसको लेकर बहुत से लोग भ्रम में है। आइए जानते हैं कुछ जरूरी सवालों के जवाब।

इन दिनों कोरोना वायरस को लेकर कई तरह के मिथक भी लोगों के बीच फैल रहे हैं, जिनको लेकर आम लोगों में काफी भ्रम की स्थिति पैदा हो रही है। लोगों के मन में एक सवाल है कि क्या हर समय घर की खिड़कियां, दरवाजे वगैरह बंद रखना चाहिए? नहीं, दरअसल यह लोगों का भ्रम है। अमेरिका के सीडीसी के मुताबिक, घर या ऑफिस, अंदर स्वच्छ हवा का आना जरूरी होता है। इस बारे में पूर्व में हो चुकी कई रिसर्च में बताया जा चुका है कि कमरे में ताजी हवा और रोशनी का आवागमन वातावरण को साफ और संक्रमण मुक्त रखने में मदद करता है।
क्या संक्रमितों द्वारा इस्तेमाल बर्तन या कपड़ों, तौलिए, चादर वगैरह बाहर फेंक देना चाहिए? स्वास्थ्य कल्याण मंत्रालय के दिशानिर्देश में बताया गया है कि संक्रमित व्यक्ति द्वारा इस्तेमाल किए गए बर्तनों को अच्छी तरह साबुन या डिटर्जेंट से साफ करना चाहिए। साफ करते समय हाथ में ग्लव्स पहनना चाहिए और फिर ग्लव्स उतारकर दोबारा हाथों को अच्छी तरह धो लें। बर्तन धोने के बाद उन्हें ठीक से सूखने दें। तौलिया, चादर वगैरह की भी अच्छी तरह से सफाई करनी चाहिए। गुनगुने पानी में डिटर्जेंट और साबुन से अच्छी तरह धोना चाहिए। इन कपड़ों को धूप में सुखाएं।
कोरोना संक्रमण के दौर में तनाव से कैसे दूर रहें? संक्रमण के बीच लोगों के मानसिक तनाव का शिकार होने की भी संभावना रहती है। बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अगर आप भी तनाव महसूस कर रहे हैं, तो कुछ खास बातों का ध्यान रखना जरूरी है। नेशनल हेल्थ सर्विस, ब्रिटेन के मुताबिक, लोगों को अपने दोस्तों और परिजनों के साथ भावनात्मक जुड़ाव महसूस करने के लिए बातें करनी चाहिए। वीडियो कॉल पर भी बातें करनी चाहिए।
खानपान और नींद का ध्यान रखना जरूरी खानपान का ध्यान रखें, पूरी नींद लें, नियमित व्यायाम करें और खुद को व्यस्त रखें। कोरोना के बारे में फेसबुक, व्हॉट्सएप पर चल रही अफवाहों से दूर रहें। वर्तमान में जिएं और भरोसा रखें कि यह समय भी गुजर जाएगा।
कोरोना संकट के बीच सवाल, डर और कई तरह की आशंकाओं के बीच संशय और भय का माहौल होना लाजिमी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन भी इस बात पर जोर देता है कि कोरोना वायरस से डरने की बजाय एहतियात बरतने की जरूरत है। इस महामारी के दौर में खुद को सुरक्षित रखने के लिए बहुत जरूरी है कि आप अफवाहों से दूर रहें।

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