कैसे चला रिप्ड जीन्स का फैशन और क्यों होती है इतनी महँगी,वजह जानकर हैरान हो जायेंगे आप

हर लड़की की खाव्हिश होती है की वह जो भी पहने उसमे वह स्पेशल और अलग दिखें। इसलिए मार्केट में वह हर तरह की ड्रेस ट्राई करती है। इसलिए आपको स्टाइलिश और अट्रैक्टिव बनाने के लिए पिछले कुछ साल से काफी ज्यादा चला है एक ट्रेंड वो भी रिप्ड यानी फटी जींस का। ऐसी जींस आमतौर पर घुटनों या फिर जांघ के पास से रिप्ड (फटी हुई) होती है। दिलचस्प बात तो यह है कि इन फटी हुई जींस की कीमत नॉर्मल जींस से काफी ज्यादा होती है।

जीन्स का जन्म:
जींस को सबसे पहले 1970 में जर्मन बिजनेसमैन लोइब स्ट्रॉस ने डिजाइन किया था। इसे एक उन्होंने इसका नाम लेवी रखा था और स्ट्रॉस ने ही डेनिम ब्रांड की शुरुआत की थी। उन्होंने रेशेदार कॉटन के कपड़ों को मिलाकर एक ट्राउजर तैयार किया, जो एक वर्किंग मैन पर काफी सूट करता था।
और चल गया फैशन:
उस दौर में इसका काफी विरोध भी हुआ और लोगों ने इसका मजाक भी बनाया। डेनिम ने सोसाइटी के सामने इसे एक नए फैशन के तौर पर रख दिया था। लेकिन इस तरह के फैशन को असली किक तब मिली जब हॉलिवुड ऐक्ट्रेसेज ने इसे अपनाया। इसके बाद लोग अपनी जींस को खुद ही फाड़ने या काटने लगे।
रिप्ड जीन्स का फैशन:
बीच में रिप्ड जीन्स का फैशन थोड़ा कम हो गया था। लेकिन एक बार फिर रिप्ड जीन्स का ट्रेंड चला। डीजल और बालमेन जैसे डिजाइनर्स ने इसे फिर से लॉन्च किया और अपने स्टोर्स में उतारा।
इसलिए होती है महँगी:
डेनिम अपनी जींस को दो तरह से रिप करता है, एक लेजर तरीके से और दूसरा तरीका हाथों से रिप करने का है। आमतौर पर सस्ते ब्रांड के जींस को हाथों से ही रिप करवाते हैं। लेकिन बड़े ब्रांड इसे एक प्रोग्रामिंग सॉफ्टवेयर से लेजर की मदद से रिप करते हैं।

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