बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता इरफान खान का बुधवार को मुंबई के कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में निधन हो गया। इरफान पिछले कई सालों से कैंसर से जंग लड़ रहे थे। बताया जा रहा ही कि वो न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर से पीड़ित थे और यह जानकारी उन्होंने साल 2018 में खुद एक पोस्ट के जरिये दी थी।
इरफान को दो दिन पहले ही पेट के संक्रमण के बाद अस्पताल की गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में भर्ती कराया गया था। खान की 2018 में कैंसर की बीमारी का इलाज हुआ था। कैंसर की बीमारी से निजात पाने के बाद 2019 में वापसी करते हुए अभिनेता ने ''अंग्रेजी मीडियम'' फिल्म की शूटिंग की थी।
खान की 95 वर्षीय मां सईदा बेगम की तीन दिन पहले जयपुर में मृत्यु हो गई थी। अभिनेता कोरोना वायरस से निपटने के लिए लगाये गये लॉकडाउन के कारण अपनी मां के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो पाये थे।
साल 2018 में इरफान ने खुलासा किया था कि वो न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर (Neuroendocrine tumor) से पीड़ित हैं। यह जानकारी उन्होंने खुद ट्वीट करके दी थी।
इरफान ने ट्वीट कर लिखा, 'हर वक्त जरूरी नहीं है कि जिंदगी से हमको वही मिले जो हम चाहते हैं, या उम्मीद करते हैं। असंभावित चीजों से हम आगे बढ़ते हैं, मेरे पिछले कुछ दिन ऐसे ही गुजरे हैं। मुझे अब पता चला कि मुझे न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर है।'
न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर (Neuroendocrine Tumors (NETs) क्या है?
वेबएमडी के अनुसार, यह बीमारी कई तरह की होती है और यह शरीर के कई हिस्सों में हो सकती है। आपके लक्षण इस बात पर निर्भर करते हैं कि ट्यूमर किस हिस्से में बढ़ रहा है और किस तरह का है। आपको पहले इस बात की जानकारी होनी चाहिए कि आपका ट्यूमर कहां है।
एनईटी आपकी हार्मोन बनाने वाली सेल्स में बढ़ते हैं। एनईटी आपकी पैन्क्रीज (पेट में स्थित ग्रंथि) में भी हो सकता है। इसके अलावा यह पेट, आंत और फेफड़ों में भी हो सकता है। कुछ एनईटी कैंसर भी होते हैं जिसका मतलब यह है कि वे आपके शरीर के अन्य भागों में फैल सकते हैं।
इनमें से कई ट्यूमर खुद हार्मोन भी बनाते हैं, जिससे आपको कुछ लक्षण महसूस हो सकते हैं। अन्य प्रकार के न्यूरोरेन्ड्रोक्लिन ट्यूमर अपने मूल स्थान से नहीं हटते हैं। अधिकांश एनईटी अन्य ट्यूमर के मुकाबले धीरे-धीरे बढ़ते हैं जिसमें कई साल या महीने लगते हैं।
अक्सर, डॉक्टर अलग-अलग उपचारों के साथ उन्हें निकाल या हटा सकते हैं। अन्य उपचार आपके लक्षणों को बेहतर बना सकते हैं। एनईटी कई प्रकार के होते हैं जिनका नाम उन सेल्स के प्रकार पर दिया जाता है, जहां वो बढ़ते हैं या हार्मोन बनाते हैं।
कैरोकोनाइड ट्यूमर आपके शरीर के कई हिस्सों में बन सकते हैं, लेकिन वे पाचन तंत्र की कोशिकाओं में सबसे ज्यादा बनते हैं। इसमें पेट, छोटी आंतें, अपेंडिक्स और रेक्टम शामिल हैं। यह अधिकतर अग्न्याशय, गुर्दे, अंडाशय या अंडकोष में विकसित होते हैं।
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Neuroendocrine Tumors के लक्षण
एनईटी के लक्षण इस बात पर भी डिपेंड करते हैं कि ट्यूमर शरीर के किस हिस्से में हुआ है।
पाचन तंत्र में एनईटी होने के लक्षण
पाचन तंत्र में इसके लक्षणों में दस्त और ऐंठन, थकान, मतली और उल्टी और वजन घटना शामिल हैं।
फेफड़े में एनईटी होने के लक्षण
फेफड़ों में इसके लक्षणों में खांसी, सांस में कमी, सांस लेते समय बेचैनी और छाती में दर्द होना शामिल हैं।
पैनक्रीज में एनईटी होने के लक्षण
अग्नाशय में इसके लक्षणों में चक्कर आना, कमजोरी, और दिल की धड़कन तेज होना, सिरदर्द, पेशाब, भूख, प्यास और वजन घटना, बेचनी, पेट में दर्द, और दस्त शामिल हैं।
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यहां तक कि एनईटी जो हार्मोन नहीं बनाते हैं, उन अंगों को प्रभावित करके लक्षण पैदा कर सकते हैं जहां वे बढ़ते हैं। इससे आपको एक गांठ हो सकती है या यह समस्याएं हो सकती हैं: दस्त, बेचैनी और दर्द।