भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व विस्फोटक बल्लेबाज गौतम गंभीर ने बीते दिनों ही टीम इंडिया के वनडे टीम के उपकप्तान रोहित शर्मा को उनके 33वें जन्मदिन के दिन बधाई देते हुए उन्हें सफेद गेंद के खिलाफ विश्व का सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज बताया था. रोहित शर्मा बीते कुछ समय से अपने करियर में चरम पर हैं और सफेद गेंद के खिलाफ वो अपने आप को साबित कर रहे हैं. साल 2013 में जब से उन्होंने टीम के लिए पारी की शुरूआत करनी चालू की है तब से ही वो इस फार्मेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं.
वहीं गौतम गंभीर ने रोहित शर्मा की इस सफलता का श्रेय भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को दिया है. गंभीर का मानना है कि बतौर कप्तान जितना धोनी ने रोहित का साथ दिया है उतना किसी भी कप्तान ने किसी खिलाड़ी का इतना समर्थन नहीं किया होगा और टीम अब इसका फायदा उठा रही है.
रोहित शर्मा ने साल 2007 में टीम इंडिया के लिए डेब्यू किया था लेकिन यह खिलाड़ी शुरूआत में अपने आप को साबित नहीं कर पाया था और टीम इंडिया के कई दिग्गज खिलाड़ी टीम में उनकी मौजूदगी को लेकर सवाल उठा रहे थे लेकिन धोनी ने इस सभी आलोचनाओं को अनसुना कर इस खिलाड़ी का समर्थन किया. वहीं साल 2013 में जब इस खिलाड़ी ने शिखर धवन के साथ भारतीय पारी की शुरूआत की तो सब बदल गया.
गौतम गंभीर ने स्पोर्ट्स तक से बातचीत के दौरान कहा कि भले ही चयनकर्ता एक क्रिकेटर को चुनते हैं या ड्रॉप करते हैं, लेकिन एक खिलाड़ी को अपने कप्तान के समर्थन की आवश्यकता होती है और यही रोहित शर्मा को एमएस धोनी से मिला.
गौतम गंभीर ने कहा,"आप सेलेक्शन कमिटी और टीम मैनेजमेंट के बारे में बात कर सकते हैं, लेकिन अगर आपको अपने कप्तान से समर्थन नहीं मिलता तो यह सब बेकार है. सब कुछ कप्तान के हाथ में है. एमएस धोनी ने जिस तरह से रोहित शर्मा का साथ दिया था, मुझे नहीं लगता कि किसी खिलाड़ी को इस तरह का समर्थन दिया गया है."
गौतम गंभीर ने कहा,"कैसे एक खिलाड़ी की किस्मत बदल सकती है, रोहित शर्मा इस बात के उदाहरण हैं. अब जब रोहित सीनियर हैं, तो मैं उनसे युवाओं को समर्थन देने की उम्मीद करता हूं. रोहित इस बात के उदाहरण हैं कि कैसे एक खिलाड़ी एक शानदार क्रिकेटर बन सकता है, अगर उसके पास अच्छा समर्थन हो."