नई दिल्ली: आज टीम इंडिया (Team India) की रीढ़ की हड्डी बन चुके रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने 2007 में आयरलैंड के विरूद्ध वनडे मैच से इंटरनेशनल क्रिकेट में कदम रखा था। उन्होंने अपने करियर की आरंभ मिडिल क्रम बल्लेबाज के रूप में की थी, मगर उनके सितारे ओपनर बनने के बाद बदले। ओपनिंग में जिस तरह से वे गेंदबाजों की धुनाई करते हैं, उन वजह से संसार का हर एक गेंदबाज इस सलामी बल्लेबाज से खौफ खाता है, मगर एक समय रोहित शर्मा ओपनिंग का नाम सुनकर भय गए थे। मगर उन्होंने उस भय पर जीत हासिल की व फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।चैंपियंस ट्रॉफी में आकस्मित ओपनिंग के लिए उतरे 2013 से पहले अक्सर रोहित शर्मा मिडिल क्रम पर ही उतरते थे, मगर 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी की आरंभ से पहले एमएस धोनी (MS Dhoni) ने उन्हें आकस्मित ओपनिंग के लिए बोल दिया था। इससे पहले हिंदुस्तान में वे एक दो बार ओपनिंग कर चुके थे। इतने बड़े टूर्नामेंट में आकस्मित पारी के आगाज की बात सुनकर रोहित शर्मा घबरा गए थे। 2013 चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन इंग्लैंड में हुआ था। एक इंटरव्यू में रोहित शर्मा ने अपने करियर की इस घटना को शेयर किया। 30 अप्रैल 1987 को नागपुर में जन्में रोहित के अनुसार धोनी के बोलने के बाद वे सिर्फ यही सोच रहे थे कि ये क्या कर दिया। उन्हें विरोधी तक का ठीक से नहीं पता। उन्हें लग रहा था कि वे नहीं खेल पाएंगे। इसी सोच में डूबे हुए थे कि सारे दिन क्या करेंगे। साउथ अफ्रीका के विरूद्ध चैंपियंस ट्रॉफी के पहले मैच में शिखर धवन ने पहली गेंद खेलने से इन्कार कर दिया था। इसके बाद रोहित ने भय पर जीत हासिल की व पहली गेंद का सामना किया। रोहित व धवन के बीच 100 से भी अधिक रनों की पार्टनरशिप हुई। रोहित ने इस मैच में 65 रन मारे थे व हिंदुस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए सात विकेट पर 331 रन बना लिए थे। जवाब में साउथ अफ्रीका सिर्फ 305 रन ही बना पाई। इस मैच के बाद रोहित हिंदुस्तान के स्टार सलामी बल्लेबाज बन गए। अगले मैच में रोहित शर्मा के बल्ले से लगातार दूसरा अर्धशतक निकला।2013 में शुरू हुआ रोहित का सफररोहित शर्मा ने डेब्यू तो 2007 में किया था, मगर अपना दबदबा उन्होंने ओपनिंग करने के बाद 2013 से बनाना प्रारम्भ किया व यही से उन्होंने हिटमैन तक का सफर तय किया। 2013 में रोहित शर्मा के बल्ले से बेंगलुरु में ऑस्ट्रेलिया के विरूद्ध दोहरा शतक निकला। उन्होंने 209 रन की पारी खेली थी। इसके अगले ही वर्ष कोलकाता में श्रीलंका के विरूद्ध 264 रन मारे। फिर 2017 में श्रीलंका के विरूद्ध के विरूद्ध मोहाली में नाबाद 208 रन जड़े थे। इन तीन पारियों ने रोहित शर्मा को हिटमैन बना दिया। वह वनडे क्रिकेट में एक से ज्यादा दोहरे शतक लगाने वाले संसार के एकमात्र क्रिकेटर हैं।टी20 में भी कमाल वनडे में ओपनर के रूप में खुद को साबित करने के बाद रोहित शर्मा को टी20 क्रिकेट में भी मौका मिला। 2007 में टी20 फॉर्मेट में डेब्यू करने वाले रोहित 2013 में सिर्फ एक ही टी20 मैच खेल पाए व वो भी राजकोट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ। इस मैच में भी उन्होंने ओपनिंग की, मगर 8 रन पर आउट हो गए। हालांकि इसके बाद तो उन्होंने कोहराम मचा दिया। टी20 फॉर्मेट में रोहित शर्मा के नाम 2013 के बाद से चार शतक है। 2015 में साउथ अफ्रीका, 2017 में श्रीलंका, 2018 में इंग्लैंड व फिर वेस्टइंडीज के विरूद्ध टी20 में शतक जड़कर उन्होंने इतिहास रच दिया। वो ऐसा करने वाले संसार के पहले बल्लेबाज हैं।किसी एक विश्व कप में पांच शतक पिछले वर्ष ही इंग्लैंड में खेले गए विश्व कप में रोहित शर्मा ने पांच शतक जड़े थे व वो ऐसा करने वाले संसार के पहले क्रिकेटर बन गए। रोहित ने साउथ अफ्रीका, पाकिस्तान, इंग्लैंड व बांग्लादेश व श्रीलंका के विरूद्ध शतक जड़ा था।