फिल्म स्टार सोनू सूद ने घातक कोरोनावायरस से रिलीफ़ के लिए अपना समर्थन दिया है। सोनू ने मुंबई के अपने जुहू होटल में डॉक्टरों, नर्सों और पैरा मेडिकल स्टाफ सहित स्वास्थ्य कर्मियों के लिए उनके ठहरने की व्यवस्था की है। अभिनेता का मानना है कि हर किसी के लिए देश भर में चिकित्सा कर्मचारियों के लिए दृढ़ता से खड़ा होना महत्वपूर्ण है क्योंकि वे फ्रंटफुट पर कोरोनो वायरस की लड़ाई लड़ रहे हैं और देश को बचाने के लिए बहादुरी से अपनी जान जोखिम में डाल रहे हैं।
उसी के बारे में बात करते हुए, सोनू सूद ने एक आधिकारिक बयान में कहा, 'लाखों लोगों की जिंदगी बचाने के लिए दिन-रात काम कर रहे, अपने देश के डॉक्टरों, नर्सों और पैरा मेडिकल स्टाफ के लिए थोड़ा बहुत कर पाना मेरे लिए सम्मान की बात है। मैं इन रियल हीरोज के लिए अपने होटल के दरवाजे खोलने के लिए वास्तव में खुश हूं।'
सभी की तरफ से मिल रहे समर्थन पर सोनू सूद ने माना कि एक समाज के तौर पर हम सामूहिक रूप से COVID-19 के खिलाफ इस लड़ाई को जीत सकते हैं। इसके अलावा, वह अपने सोशल मीडिया हैंडल के माध्यम से फैन्स को घर पर रहने और साथ ही साथ सामाजिक दूरी बनाए रखने का आग्रह करते हुए सकारात्मकता भी फैला रहे हैं।
आपको बता दें, देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में कोरोना वायरस का संक्रमण तीसरे चरण में पहुंचने से चंद कदम ही दूर है। हालांकि अभी तक इसका अधिकृत एलान नहीं हुआ है, लेकिन केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव लव अग्रवाल का यह कहना कि देश के कुछ इलाकों में कोरोना संक्रमण तीसरे चरण में पहुंच चुका है। उनका यह इशारा साफ तौर पर मुंबई की तरफ ही है, क्योंकि देश में मुंबई ही एकमात्र बड़ा हॉटस्पॉट है जहां मरीजों की संख्या बेतहाशा बढ़ रही है और मरीजों की मौत की संख्या भी सर्वाधिक है।
एशिया की सबसे बड़ी झोपड़पट्टी कही जाने वाली धारावी के अलावा अब कोरोना का संक्रमण बांद्रा टर्मिनस से सटे बेहरामपाड़ा और कुर्ला के जरीमरी आदि झुग्गियों तक फैल गया है। शहर के दो बड़े अस्पताल वॉकहार्ट और जसलोक अस्पताल सील किए गए हैं। वहीं, राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के घर मातोश्री के आसपास भी कोरोना वायरस मंडराने लगा है। इसके चलते उद्धव के घर की सुरक्षा में लगे 100 से अधिक पुलिसकर्मियों को उत्तर भारतीय संघ की इमारत में एकांतवास में भेज दिया गया है।