और उन रत्नो को पहनने से आपको लाभ भी मिलता है।
लेकिन अगर आप ग्रह के अनुसार रत्न धारण करेंगे तो सफलता आपके कदम चूमेगी।
चंद्र ग्रह :अगर आपको चंद्र को मजबूत बनाना है तो चांदी की अंघूटी में मोती धारण करे और उसे शुकल पक्ष के सोमवार को रोहिणी नक्षत्र में धारण करे।
सूर्य ग्रह :सूर्य को अपने पक्ष में करने के लिए 3 रत्ती का माणिक सोने की अंगूठी में अनामिका उंगली में रविवार के पुष्य योग में पहने।
मंगल ग्रह :इस ग्रह के 5 रत्ती का मूंगा सोने की अंगूठी में मंगलवार को सूर्योदय के 1 घंटे के बाद तक धारण कर सकते है।
गुरु ग्रह : गुरु की लिए आप पुखराज 5 ,6 ,9 ,या 11 रत्ती का सोने की अंगूठी कोतर्जनी अंगुली में धारण करे।
बुध ग्रह :बुध ग्रह को प्रभावशाली बनाने के लिए पन्ना धारण करे इनमे पन्ना मयूर के पंख के रंग का होना चाहिए और चमकीला और पारदर्शी भी होना चाहिए पन्ना आप अपनी सबसे छोटी अंगुली में सोने की अंगूठी में धारण करे।
शुक्र ग्रह :शुक्र ग्रह को अपने पक्ष में करने के लिए हीरा धारण करे इसे आप अपनी मध्यमा उंगली में धारण करे।
राहु ग्रह :राहु ग्रह को शांत करने के लिए आप गोमेद जो 6 रत्ती का होना चाहिए उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र में पंचधातु की अंगूठी में बुधवार या शनिवार को धारण कर सकती है।
शनि ग्रह :शनि को शांत करने के लिए नीलम धारण करे और इसे मध्यमा ऊँगली मेंशनिवार को पांच धातु की अंगूठी में पहने।
केतु ग्रह :केतु के लिए लहसुनिया जो 6 रत्ती का होना चाहिए इसे पुष्य नक्षत्र में पांच धातु की अंगूठी में गुरूवार के दिन सूर्योदय से पूर्व अपनी मध्यमा उंगली के धारण करे।