क्योंकि इसे पूर्णता की तिथि मानी जाती है सरल शब्दों में कहें तो शुक्ल पक्ष की अंतिम तिथि जिस दिन चांद आकाश में पूरा होता है उस दिन को पूर्णिमा या पूर्णमासी कहते हैं।
सूर्य और चंद्रमा समसप्तक होते हैं कहते हैं कि इस दिन जल और वातावरण में विशेष ऊर्जा आ जाती है चंद्रमा पुण्यतिथि पर पृथ्वी और जल तत्व का पूर्ण रूप से प्रभावित कर सकता है कई लोग पूर्णिमा को व्रत करते हैं वैसे आपको बता दें कि पूर्णिमा माता लक्ष्मी को काफी प्रिय है पूर्णिमा के दिन कुछ खास उपाय करने से मां लक्ष्मी की विशेष कृपा होती है।
मान्यता है कि पूर्णिमा पर तुलसी की जड़ की मिट्टी से पवित्र नदी ,सरोवर या कुंड में स्नान करने से भगवान विष्णु की विशेष कृपा मिलती है पूर्णिमा के दिन सूर्य और चंद्रमा ठीक आमने सामने रहते हैं इस दिन चंद्रमा का प्रभाव मनुष्य पर सबसे अधिक होता है कहा जाता है कि इस दिन गीता का पाठ करने से पितरों को तृप्ति मिलती है।
2 शास्त्रों की माने तो पूर्णिमा के दिन पीपल के वृक्ष से माता लक्ष्मी का आगमन होता है इतना ही नहीं इस दिन सुबह सुबह स्नान कर पीपल के पेड़ में कुछ मीठा चढ़ाकर जल अर्पित करना चाहिए।
3 धर्म ग्रंथों के अनुसार चंद्रमा मन का कारक और मां का सूचक माना जाता है ज्योतिषशास्त्र के अनुसार चंद्रमा कर्क राशि का स्वामी है चंद्रमा जैसे -जैसे कृष्ण पक्ष में छोटा शुक्ल पक्ष में पूर्ण होता है वैसे-वैसे मनुष्य के मन पर भी चंद्र का प्रभाव पड़ता है।
4 आर्थिक समस्याओं से छुटकारा पाना चाहते हैं तो इस दिन चंद्रोदय के दिन चंद्रमा को कच्चे दूध में चीनी और चावल मिलाकर ओ 'ॐ स्रां स्रीं स्रौं स: चन्द्रमासे नम:' या ' ॐ ऐं क्लीं सोमाय नम: ' मंत्र का जाप करते हुए अधर्य देना चाहिए ऐसा करने से आपकी आर्थिक समस्याएं स्थति धीरे धीरे खत्म हो जाएंगी।