अगर हालात सुधरे तो जुलाई के बाद हो सकती है FIH प्रो हॉकी लीग

अभी अप्रैल का पहला हफ्ता चल रहा है. कोरोना (Coronavirus) का खतरा अभी तो बढ़ता ही जा रहा है लेकिन अगर आने वाले दिनों में हालात काबू में आए तो खेलों की दुनिया से कुछ अच्छी खबरें आ सकती हैं. एक के बाद एक लगातार स्थगित हो रहे खेलों के इवेंट्स को लेकर खेलप्रेमियों में मायूसी है. लेकिन मुसीबत ये है कि हर कोई समझ रहा है कि फिलहाल जैसी स्थिति है उसमें खेल से कहीं ज्यादा जरूरी स्वस्थ रहना और सुरक्षित रहना है.

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दुनिया भर मे कोरोना (COVID-19) के संक्रमित लोगों की तादाद 11 लाख से ज्यादा हो चुकी है. दुनिया भर में इस खतरनाक बीमारी से मरने वालों की तादाद भी सत्तर हजार के करीब पहुंचने वाली है. भारत में भी कोरोना संक्रमित लोगों की तादाद तीन हजार के करीब पहुंचने वाली है. भारत में 65 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. इस भयावह स्थिति से जल्दी से जल्दी निकलने की उम्मीद हर कोई कर रहा है. भारत में 21 दिनों का लॉकडाउन (Lockdown) किया गया है. इसके अलावा भी तमाम तरह के एहतियात बरते जा रहे हैं. लेकिन अभी स्थिति सकारात्मक नहीं कही जा सकती है.
अगर हालात सुधरे तो हॉकी में दिखेगा ऐक्शन
अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ (International hockey federation) ने प्रो-लीग (Hockey Pro League) के दूसरे सीजन को आगे बढ़ा दिया था. FIH को पहले भी प्रो-लीग दो बार स्थगित करनी पड़ी थी. FIH ने 15 अप्रैल से पहले होने वाले सारे मैच स्थगित कर दिए थे. बाद में ये तारीख 17 मई तक बढ़ाई गई. अब इस तरह के संकेत मिले हैं कि अगर स्थिति ठीक रही तो अब ये मुकाबला जुलाई-अगस्त में कराया जा सकता है. FIH के सीईओ के हवाले से आए बयान में कहा गया है कि 'कोरोना के कारण पैदा हुए हालात को देखते हुए FIH और सभी प्रतिभागियों ने प्रो लीग के बाकी मैच जुलाई-अगस्त में कराने का फैसला किया है. वेल ने कहा कि दुनिया की अर्थव्यवस्था पर भी इस महामारी का असर पड़ेगा'. वेल का ये डर स्वाभाविक है. जिसका अंदाजा लगाना अभी मुश्किल है. विश्व की आर्थिक स्थिति पर जो नकारात्मक असर पड़ेगा उसका आंकलन एक बार इस परेशानी से निजात पाने के बाद ही पता चल पाएगा.
पहले भी टल चुके हैं कई बड़े टूर्नामेंट्स
हालात की भयावहता का आंकलन ऐसे किया जा सकता है कि पिछले दो हफ्ते में खेल की दुनिया का महाकुंभ कहा जाने वाला ओलंपिक तक टालना पड़ा था. इसके अलावा विबंलडन को रद्द ही करना पड़ा. दूसरे विश्व युद्ध के बाद ये पहला मौका है जब विबंलडन जैसा प्रतिष्ठित टूर्नामेंट टालना पड़ा है. दुनिया में टी-20 क्रिकेट की सबसे बड़ी लीग इंडियन प्रीमियर लीग (Indian Premier League) भी 15 अप्रैल तक के लिए टाली गई थी. हालांकि अब 15 अप्रैल के बाद भी इस लीग के आयोजन की संभावना न के बराबर है. इसके अलावा और भी कई खेल प्रतियोगिताओं को टाला जा चुका है. जिसमें तमाम ओलंपिक क्वालीफायर इवेंट (Olympic qualifier event) भी हैं.
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