हिंदी सिनेमा जगत को 2020 से काफी उम्मीदें थीं। साल 2019 में फिल्मों द्वारा ताबड़तोड़ कलेक्शन करने के बाद ऐसी आशा जताई जा रही थी कि इस साल बॉक्स ऑफिस पर पिछले सभी रिकॉर्ड धवस्त हो जाएंगे। हालांकि हुआ इसका ठीक उल्टा। इस साल की शुरुआत में रिलीज हुई तानाजी के अलावा कोई भी दूसरी फिल्म बड़ा धमाका नहीं कर सकी। वहीं रही सही कसर कोरोना वायरस ने पूरी कर दी। बागी 3 की शुरुआत ठीक हुई लेकिन कोरोना की अफरा-तफरी के बीच उसकी कमाई 100 करोड़ रुपये भी नहीं पहुंच पाई। 2020 में शुरुआती दो महीनों में कहने को तो दर्जनों फिल्में रिलीज हुईं लेकिन सभी फीकी साबित हुईं। इस साल का अब तक का कलेक्शन 778 करोड़ रहा। विशेषज्ञों का मानना है कि इस साल के पहली तिमाही में हिंदी फिल्म जगत को करीब 250 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। वहीं साल 2019 में यह कमाई 1090 करोड़ रुपये और 2018 में 923 करोड़ रुपये रही।
बॉक्स ऑफिस के नुकसान के पीछे सूर्यवंशी का रिलीज ना हो पाना भी बताया जा रहा है। उम्मीद जताई जा रही है कि अगर अक्षय कुमार और कैटरीना कैफ अभिनीत यह फिल्म रिलीज होती तो निश्चित तौर पर यह फिल्म कम से कम 170 करो़ड़ रुपये की तो कमाई कर सकती थी। वहीं रिलीज के बाद बागी 3 और अंग्रेजी मीडियम को कलेक्शन में भी भारी गिरावट देखने को मिली। पिछली रिलीज हुई टॉप हिंदी फिल्मों की बात करें तो जहां तानाजी ने 280 करोड़ रुपये, बागी 3, 93 करोड़ रुपये, स्ट्रीट डांसर 3डी 68 करोड़ रुपये, शुभ मंगल ज्यादा सावधान ने 60 करोड़ रुपये और मलंग ने 60 करोड़ रुपये की कमाई की है।
अगर पिछले कुछ सालों की शुरुआती फिल्मों पर नजर दौड़ाएं तो हम पाएंगे कि इस दौरान शाहरुख खान से लेकर, सलमान खान, आमिर खान, अक्षय कुमार जैसे तमाम दूसरे सुपरस्टार्स की फिल्में रिलीज हुईं। लेकिन 2020 की बात करें तो शुरुआती महीनों में ऐसे सुपरस्टार वाली फिल्मों का थोड़ा अभाव रहा। वहीं इस दौरान फिल्मों की संख्या में भी कुछ कमी देखने को मिली। इस वजह से भी बॉक्स ऑफिस कलेक्शन में फर्क पड़ा। वहीं जानकारों के मुताबिक साल की पहली तिमाही तो कोरोना की भेंट चढ़ चुकी है। वहीं दूसरी तिमाही काफी हद तक सरकार के निर्णय पर निर्भर होगी। लॉक डाउन खत्म होने के बाद भी चीजों को पटरी पर आने पर समय लगेगा। कलाकारों की तारीख मिलने से लेकर लोकेशन्स फाइनल करने जैसे बहुत सारे काम हैं जिनके लिए कम से कम 20 दिनों का वक्त लगेगा। हालांकि लॉक डाउन खत्म होने के बाद भी शुरुआत में दर्शकों की भीड़ सिनेमाघरों में कम ही दिखाई देगी। दरअसल शुरुआती दौर में लोग स्वंय ही भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से कतराएंगे। धीरे-धीरे ही लोगों के दिलों से भय खत्म होगा।Corona: आदित्य ठाकरे ने शाहरुख का किया शुक्रिया, 'किंग खान' ने जवाब देकर फिर जीत लिया दिल