सिवान । जिले के प्रारंभिक स्कूलों में हड़ताल के बावजूद ड्यूटी करने वाले करीब एक हजार नियोजित शिक्षकों का वेतन भुगतान डीपीओ स्थापना ने कर दिया। इन शिक्षकों का फरवरी माह का ही वेतन बकाया था। इसमें जीओबी व एसएसए मद से वेतन पाने वाले शिक्षक शामिल हैं।
गौर करने वाली बात है कि जिले में एसएसए मद से करीब 10 हजार से अधिक व जीओबी मद से करीब दो हजार के करीब नियोजित शिक्षक शामिल हैं, लेकिन दोनों मदों को मिलाकर एक हजार शिक्षकों का ही वेतन भुगतान किया गया, जो हड़ताल अवधि में भी स्कूलों में पठन पाठन, परीक्षा ड्यूटी, मूल्यांकन आदि कार्यों को किया है।
बताते चलें कि हड़ताल में शामिल शिक्षकों को नो वर्क नो पे का निर्देश अपर मुख्य सचिव ने पत्र जारी कर
सभी डीपीओ व डीईओ को पूर्व में ही दे दिया था। साथ ही परीक्षा ड्यूटी नहीं करने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई का भी निर्देश उस पत्र में दिया था। शिक्षा विभाग द्वारा परीक्षा ड्यूटी व मूल्यांकन नहीं करने वाले कई शिक्षकों पर कार्रवाई भी की गई। डीपीओ सर्व शिक्षा अभियान दिलीप कुमार ने बताया कि मार्च तक शिक्षकों के वेतन भुगतान के लिए करीब 14 करोड़ राशि आवंटित की गई थी, जिसे डीपीओ स्थापना के खाते में स्थानांतरित कर दी गई। वहीं डीपीओ असगर अली ने बताया कि जिन शिक्षकों ने हड़ताल से अलग रहकर अपने कर्तव्यों का निर्वहन किया, उनके वेतन भुगतान सीएफएमएस के जरिए कर दिया गया। कई शिक्षकों के खाते में राशि चली भी गई है। इधर कोरोना वायरस को लेकर लॉकडाउन होने के बाद से उन शिक्षकों की परेशानी बढ़ गई है, जिनका वेतन भुगतान नहीं हो पाया। अब उनको हड़ताल पर रहना भारी पड़ने लगा है।
Posted By: Jagran
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