हाजीपुर। मूल्यांकन केंद्र पर योगदान नहीं करने एवं मूल्यांकन कार्य से अनुपस्थित रहकर छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने को लेकर नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी सिद्धार्थ हर्षवर्धन ने नगर के 22 शिक्षकों को निलंबित कर दिया है। निलंबन अवधि के दौरान ये शिक्षक अपना योगदान हाजीपुर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के यहां देंगे। निलंबन अवधि में इन्हें सिर्फ जीवन निर्वहन भत्ता दिया जाएगा। अलग से प्रपत्र क निर्गत करने की भी तैयारी की जा रही है।
शनिवार की शाम नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी सह नगर शिक्षक नियोजन समिति के सचिव सिद्धार्थ हर्षवर्धन ने निलंबन की यह कार्रवाई डीडीसी के निर्देश के आलोक में डीईओ सह परीक्षा नियंत्रक के द्वारा प्राप्त अनुशंसा के आधार पर मूल्यांकन केंद्र पर योगदान नहीं करने जानबूझकर मूल्यांकन कार्य से अनुपस्थित रहने के साथ-साथ सरकारी कार्य में बाधा उत्पन्न करने, बिहार परीक्षा संचालन अधिनियम 1981 की धारा 9 एवं 10 में उल्लेखित प्रावधानों का उल्लंघन करने के आलोक में की है।
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निलंबित किए गए शिक्षकों में जीए इंटर स्कूल के मनोज कुमार लाल, साकेत कुमार और डॉ. पंकज कुमार, हाजीपुर सहयोगी उच्च विद्यालय के नितिन कुमार, मोहम्मद रुस्तम अंसारी, संजय कुमार और नवीन चंद्र शर्मा, एसएस बालिका उच्च विद्यालय की नीतू यादव, सुप्रिया कुमारी, मुकेश कुमार शर्मा, डॉ राधेश्याम, संतोष कुमार एवं राकेश कुमार रंजन, टाउन हाई स्कूल के मोहम्मद रशीद, डॉ कुमार अभिषेक, आलोक किशोर, डॉक्टर हिमांशु शेखर, ललन राय, डॉ श्याम किशोर ठाकुर, अभिषेक चंदन, असीत भारती और डॉ. भारती कुमारी शामिल हैं।
Posted By: Jagran
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