सिवान। प्रखंड के दस विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों के वेतन पर तत्काल प्रभाव से प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने रोक लगा दी है।
इनकी लापरवाही से 31.5 लाख का हिसाब फंसा हुआ है। इन विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों ने समग्र शिक्षा अभियान के अंतर्गत विद्यालयों को उपलब्ध कराई गई विभिन्न मदों की राशि का उपयोगिता प्रमाण पत्र दो वर्षों से बीआरसी को उपलब्ध नहीं कराया है। इसके साथ ही पिछले वर्ष की पोशाक राशि का हिसाब भी नहीं दिया है। वर्ष 2018-19 की पोशाक राशि के मद में 8 लाख 55 हजार 600 तथा वर्ष 2018-19 में उपलब्ध कराए गए पाठ्यपुस्तक मद में 3 लाख 42 हजार 225 और 2019-20 में उपलब्ध कराए गई पाठ्यपुस्तक की राशि 19 लाख 50 हजार 970 रुपये की उपयोगिता इन विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों द्वारा बीआरसी को नहीं दिया गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार बुनियादी विद्यालय सिसवा, मध्य विद्यालय कबीरपुर, नया प्राथमिक विद्यालय बरासो, प्राथमिक विद्यालय कबीरपुर, कन्या प्राथमिक विद्यालय मकतब कोल्हुआ दरगाह, प्राथमिक विद्यालय सेवतापुर, उत्क्रमित मध्य विद्यालय अटवां, प्राथमिक विद्यालय उपाध्याय छापर, उत्क्रमित मध्य विद्यालय डोमडीह, उत्क्रमित मध्य विद्यालय चितमठ तिवारी टोला, प्रधानाध्यापकों का वेतन भुगतान अगले आदेश तक स्थगित करते हुए प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने इन मदों से संबंधित उपयोगिता प्रमाण पत्र उपलब्ध नहीं कराए जाने से संबंधित स्पष्टीकरण देने को कहा है। उन्होंने कहा है कि समग्र शिक्षा अभियान के अंतर्गत विद्यालयों को उपलब्ध कराई गई विभिन्न मदों की राशि की उपयोगिता प्रमाण पत्र की मांग बार-बार किए जाने के बावजूद उपलब्ध नहीं कराया गया है।
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Posted By: Jagran
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